Credit Card Tips: क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट को ध्यान से पढ़ेंगे तो रहेंगे फायदे में, मिलेंगी कई अहम जानकारियां
Credit Card Statement: बहुत से क्रेडिट कार्ड धारक स्टेटमेंट को ध्यान से नहीं पढ़ते हैं. ऐसा करके वह कई जरूरी बातों के बारे में नहीं जान पाते.
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Credit Card Tips: क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करने वालों के पास हर महीने क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट आती है. हालांकि बहुत से क्रेडिट कार्ड धारक स्टेटमेंट को ध्यान से नहीं पढ़ते हैं. ऐसा करके वह कई जरूरी बातों के बारे में नहीं जान पाते. वैसे क्रेडिट कार्ड में मौजूद स्टेटमेंट तकनीकी शब्दावली की वजह से भी लोग इसे ध्यान से नहीं पढ़ते हैं. स्टेटमेंट के इऩ तकनीकी शब्दों को समझना थोड़ा मुश्किल होता है. लेकिन अगर आप क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट को समझ लेते हैं तो अपने क्रेडिट कार्ड बिल में हुई किसी भी तरह की गड़बड़ी को भी पकड़ सकते हैं. आज हम आपको कुछ ऐसे ही शब्दों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका इस्तेमाल क्रेडिट कार्ड की स्टेटमेंट में होता है और जिनमें कई जरूरी जानकारियां होती हैं.
पेमेंट ड्यू डेट
पेमेंट ड्यू डेट क्रेडिट कार्ड बिल के भुगतान की आखिरी तारीख है. अगर आपने इस तारीख तक भुगतान नहीं किया तो आप पर दो तरह के चार्ज लगते हैं. पहला- आपको बकाया राशि पर ब्याज का भुगतान करना होता है और दूसरा - लेट पेमेंट फीस देनी पड़ती है.
मिनिमम अमाउंट ड्यू
अगर आप क्रेडिट कार्ड के पूरे बिल का भुगतान नहीं पाते हैं तो आपको उसके हिस्से का भुगतान कर सकते हैं इसे ही मिनिमम अमाउंट ड्यू कहते हैं. मिनिमम अमाउंट का भुगतान कर देने का फायदा यह होता है कि कोई लेट पेमेंट फीस नहीं लगती. हालांकि, कुछ समय के लिए, जब तक कि बाकी बचा बकाया बैलेंस आपकी स्टेटमेंट में रहता है, आपको उस पर ब्याज का भुगतान करना होगा.
क्रेडिट लिमिट
केडिट लिमिट का मतलब है कि क्रेडिट कार्डधारक एक निश्चित सीमा तक ही खर्च कर सकता है. स्टेटमेंट में तीन तरह की लिमिटी दिखती हैं. कुल क्रेडिट लिमिट, उपलब्ध क्रेडिट लिमिट और कैश लिमिट. कुल क्रेडिट लिमिट- वह राशि है, जो आपको बैंक द्वारा क्रेडिट कार्ड पर दी गई है. उपलब्ध क्रेडिट लिमिट- वह राशि है जो कार्ड पर खरीदारी करने के बाद बाकी बची है और जिसका आप अभी इस्तेमाल कर सकते हैं. कार्ड यूजर्स को कुछ कैश लिमिट भी मिलती है जो कि क्रेडिट लिमिट का हिस्सा होती है.
रिवॉर्ड प्वॉइंट बैलेंस
क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट में रिवॉर्ड प्वॉइंट्स के साथ उसका स्टेटस भी दिखता है. आपको एक टेबल में पिछली साइकिल से आए रिवॉर्ड प्वॉइंट्स की संख्या, वर्तमान बिलिंग साइकिल में कमाए गए प्वॉइंट्स और खत्म हो चुके प्वॉइंट्स दिए जाते हैं.
अकाउंट समरी
मंथली स्टेटमेंट में क्रेडिट कार्ड बैलेंस का एक सारांश होता है. इस सेक्शन में आपका ओपनिंग बैलेंस होगा, जो नए बिलिंग साइकिल शुरू होने पर आपके क्रेडिट कार्ड में मौजूद सीमा है. इसके साथ वर्तमान साइकिल में खर्च की गई राशि और कार्ड के लिए किए गए भुगतान के साथ वर्तमान बिलिंग साइकिल में लगे कोई अतिरिक्त चार्ज होंगे.
ट्रांजेक्शन डिटेल्स
आपके क्रेडिट कार्ड खाते में कितना पैसा आया और कितना खर्च हुआ इसकी पूरी जानकारी ट्रांजेक्शन डिटेल्स में होती है. इस सेक्शन को ध्यान से चेक करना चाहिए और अगर कुछ गड़बड़ दिखती है तो तुरंत बैंक को सूचना देनी चाहिए.
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