30 साल की उम्र से पहले चाहते हैं फाइनेंशियल फ्रीडम, आज से ही शुरू कर दें ये काम
अगर आप जल्दी वित्तिय रूप से स्वतंत्र बनना चाहते हैं तो आपको लोन से बचना चाहिए. अगर आपने किसी कारण लोन ले भी लिया है तो उसे लंबी अवधि के लिए खींच कर ना रखें.
फाइनेंशियल फ्रीडम का मतलब है कि आप अपनी जरूरतों और इच्छाओं को पूरा करने के लिए किसी दूसरे व्यक्ति या नौकरी पर निर्भर नहीं होते हैं. आज के दौर में बहुत से युवा चाहते हैं कि वह 30 साल से पहले फाइनेंशियली स्वतंत्र हो जाएं. दरअसल, यह आजादी आपको अपने पैसे और समय को अपने हिसाब से खर्च करने की शक्ति देती है. यही वजह है कि युवा इसे अब 30 साल तक की उम्र में ही हासिल कर लेना चाहते हैं. अगर आप भी ऐसा चाहते हैं तो आपको कुछ बातों का ध्यान आज से ही रखना होगा.
हर महीने का बजट बनाएं और उसे फॉलो करें
अगर आप नौकरी पेशा हैं तो आपको इस खर्चीले दौर में बजट बना कर चलना चाहिए. सही मायनों में देखा जाए तो बजट बनाना फाइनेंशियल फ्रीडम की दिशा में पहला कदम है. यह आपके महीने के खर्चों को ट्रैक करने में मदद करता है, ताकि आप जान सकें कि आपका पैसा कहां जा रहा है. एक बेहतर बजट आपके आय और खर्च के बीच संतुलन स्थापित करने में मदद करता है. हालांकि, बजट बनाने से जरूरी है कि आप उसे नियमित तौर पर फॉलो करें.
बचत की आदत डालना बहुत जरूरी है
दिखावे के इस दौर में लोग फालतू की चीजों पर खूब खर्च करते हैं. इसकी वजह से महीने का अंत होते-होते उनका बैंक अकाउंट खाली हो जाता है. इससे बचने के लिए आपको बचत करना सीखना होगा. अगर आप 30 साल से पहले वित्तीय रूप से स्वतंत्र होना चाहते हैं तो हर महीने अपनी आय का एक निश्चित हिस्सा बचत के रूप में अलग रखें. सही तरीका तो ये है कि आपको अपनी आय का कम से कम 20 प्रतिशत हिस्सा हर महीने बचाने की कोशिश करना चाहिए.
लोन से बचें, ले लिया है तो जल्दी चुकाएं
अगर आप जल्दी वित्तिय रूप से स्वतंत्र बनना चाहते हैं तो आपको लोन से बचना चाहिए. अगर आपने किसी कारण लोन ले भी लिया है तो उसे लंबी अवधि के लिए खींच कर ना रखें. जितना जल्दी हो सके लोन से छुटकारा पा लें. दरअसल, जब आप कर्ज में डूबे रहते हैं, तो वित्तीय रूप से स्वतंत्र हो पाना बहुत मुश्किल हो जाता है.
इमरजेंसी फंड जरूर रखें
फाइनेंशियल फ्रीडम का एक जरूरी हिस्सा इमरजेंसी फंड तैयार करना भी है. यह फंड आपके अप्रत्याशित खर्चों, जैसे कि मेडिकल इमरजेंसी, नौकरी खोने या अन्य आपातकालीन स्थितियों में आपकी मदद कर सकता है. ध्यान रहे कि यह फंड कम से कम 6-12 महीने के खर्चों को कवर करने के लिए पर्याप्त होना चाहिए.
ज्यादा इनकम बनाएं कैसे?
ऊपर दी गई जानकारी पढ़ने के बाद आपके मन में ये सवाल आना स्वाभाविक है कि, बचत के बारे में तो इतनी बातें बता दीं, लेकिन सैलरी से अलग इनकम कैसे जनरेट करें वो कौन बताएगा. चलिए, अब आपको इसी के बारे में बताते हैं. ऊपर हमने बताया कि आपको अपनी सैलरी कम से कम 20 प्रतिशत हर महीने बचाना है. ये बचत आपको अपने बैंक अकाउंट में नहीं रखना है. बल्कि, आपको इसे सही जगह निवेश करना है. इससे ना सिर्फ आपका पैसा सुरक्षित रहेगा, बल्कि समय के साथ-साथ ये बढ़ता भी रहेगा. आप चाहें तो इसके लिए एसआईपी, म्यूचुअल फंड या निवेश के अलग-अलग विकल्पों को चुन सकते हैं. हालांकि, ऐसा करने से पहले किसी अच्छे फाइनेंशियल एडवाइजर से आपको सलाह जरूर ले लेनी चाहिए.
नौकरी के साथ ये काम भी करें
फाइनेंशियल फ्रीडम के लिए इनकम का केवल एक स्रोत होना सही नहीं है. पैसिव इनकम के सोर्सेज तैयार करना जरूरी होता है. डिजिटल युग में नौकरी के साथ-साथ दूसरे तरीकों से पैसे बनाना आसन है. बस आपको थोड़ी मेहनत करनी होगी. आप चाहें तो, ब्लॉगिंग, यूट्यूब चैनल, एफिलिएट मार्केटिंग या ऑनलाइन कोर्सेज बेचकर ऐसा कर सकते हैं. सैलरी के अलावा, यहां से आने वाला पैसा आपको और मजबूत करेगा.
इंश्योरेंस पॉलिसी जरूर लें
वित्तिय सुरक्षा के लिए आपके पास सही इंश्योरेंस पॉलिसी होना बेहद जरूरी है. इसलिए, हेल्थ इंश्योरेंस, टर्म इंश्योरेंस और दूसरे प्रकार के इंश्योरेंस आपको और आपके परिवार को वित्तीय सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं. दरअसल, इस तरह के इंश्योरेंस की मदद से आप अप्रत्याशित परिस्थितियों में भी खुद वित्तिय रूप से सुरक्षित रख सकते हैं.
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