Mutual Funds: कम निवेश में ज्यादा रिटर्न पाने के लिए 'फंड ऑफ फंड्स' में करें निवेश, यहां जानें सबकुछ
Mutual Funds: 'फंड ऑफ फंड्स' तीन तरह के होते हैं- इक्विटी, डेट फंड, और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में निवेश करने वाले.
Mutual Funds: अगर आप निवेश पर अच्छा रिटर्न चाहते हैं तो म्यूचुअल फंड की 'फंड ऑफ फंड्स' कैटेगरी में इनवेस्ट करना एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है. 'फंड ऑफ फंड्स' म्यूचुअल फंड की ऐसी स्कीम्स हैं जो दूसरी म्यूचुअल फंड स्कीम्स में निवेश करती हैं. 'फंड ऑफ फंड्स' में कंपनी के शेयर या बॉन्ड नहीं होते हैं, फंड ऑफ फंड्स अन्य स्कीम्स की यूनिट होल्ड करते हैं. एक फंड ऑफ फंड्स मैनेजर अपने फंड हाउस या अन्य फंड हाउस की कई स्कीम्स में निवेश कर सकता है.
इन निवेशकों के लिए हैं फायदेमंद
'फंड ऑफ फंड्स' विशेष तौर पर ऐसे निवेशकों के लिए फायदेमंद है जो धन की कमी के कारण निवेश के अलग-अलग विकल्पों में इनवेस्ट नहीं कर पाते. 'फंड ऑफ फंड्स' के जरिये कम राशि में अपने पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई कर सकते हैं. इसमें निवेश पर अधिक लाभ संभावना बढ़ जाती है.
कितनी तरह के होते हैं
- 'फंड ऑफ फंड्स' तीन तरह के होते हैं- इक्विटी, डेट फंड, और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में निवेश करने वाले.
- ये तीन प्रकार तकरीबन सभी एसेट क्लास को कवर कर लेते हैं.
टैक्स?
- 12 महीने से कम समय में निवेश भुनाने पर इक्विटी फंड्स से कमाई पर शार्ट टर्म कैपिटल गेन्स (STCG) टैक्स लगता है. मौजूदा नियमों के हिसाब से 15% टैक्स लगेगा.
- 12 महीनों से ज्यादा के निवेश होने पर इसे लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स (LTCG) माना जाएगा और इस पर 10% ब्याज देना होगा.
SIP के जरिए निवेश करना रहेगा सही
- म्यूचुअल फंड में एक साथ पैसा लगाने की बजाए सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) द्वारा निवेश करना चाहिए.
- SIP के जरिए आप हर महीने एक निश्चित अमाउंट इसमें लगाते हैं.
- SIP के जरिए निवेश में रिस्क कम होता है क्योंकि इस पर बाजार के उतार चढ़ाव का ज्यादा असर नहीं पड़ता.
(यहां ABP News द्वारा किसी भी फंड में निवेश की सलाह नहीं दी जा रही है. यहां दी गई जानकारी का सिर्फ़ सूचित करने का उद्देश्य है. म्यूचुअल फंड निवेश बाज़ार जोखिम के अधीन हैं, योजना संबंधी सभी दस्तावेज़ों को सावधानी से पढ़ें. योजनाओं की NAV, ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव सहित सिक्योरिटी बाज़ार को प्रभावित करने वाले कारकों व शक्तियों के आधार पर ऊपर-नीचे हो सकती है. किसी म्यूचुअल फंड का पूर्व प्रदर्शन, आवश्यक रूप से योजनाओं के भविष्य के प्रदर्शन का परिचायक नहीं हो सकता है. म्यूचुअल फंड, किन्हीं भी योजनाओं के अंतर्गत किसी लाभांश की गारंटी या आश्वासन नहीं देता है और वह वितरण योग्य अधिशेष की उपलब्धता और पर्याप्तता से विषयित है. निवेशकों से सावधानी के साथ विवरण पत्रिका (प्रॉस्पेक्टस) की समीक्षा करने और विशिष्ट विधिक, कर तथा योजना में निवेश/प्रतिभागिता के वित्तीय निहितार्थ के बारे में विशेषज्ञ पेशेवर सलाह को हासिल करने का अनुरोध है.)
यह भी पढ़ें:
1 फरवरी से बैंकिंग, ATM और चेक पेमेंट से जुड़ें कई नियमों में होने जा रहा है बदलाव, फटाफट आज ही जान लें वरना...!
LPG Cylinder: खुशखबरी! अब सिर्फ 633 रुपये में मिलेगा सिलेंडर, जल्दी से आज ही करा लें बुकिंग