IIP Data: देश में औद्योगिक उत्पादन (Industrial Production) की रफ्तार में सुस्ती आई है. जुलाई 2024 में आईआईपी ग्रोथ रेट (IIP Growth Rate) 4.8 फीसदी रही है जो बीते वर्ष अगस्त 2023 में 5.3 फीसदी रही थी. जून 2024 में आईआईपी ग्रोथ रेट 4.7 फीसदी रही थी. जुलाई महीने में आईआईपी के ग्रोथ रेट में बड़ा योगदान माइनिंग (Mining), मैन्युफैक्चरिंग (Manufacturing) और इलेक्ट्रिसिटी (Electricity) सेक्टर्स का रहा है. मौजूदा वित्त वर्ष 2024-25 के पहले चार महीनों के दौरान औद्योगिक उत्पादन 5.2 फीसदी के दर से बढ़ा है जबकि एक साल पहले समान अवधि में 5.1 फीसदी के दर से बढ़ा था.
सांख्यिकी मंत्रालय ने इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन का ये डेटा जारी किया है जिसके मुताबिक जुलाई महीने में माइनिंग सेक्टर ने 3.7 फीसदी के दर से ग्रोथ दिखाया है तो मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का ग्रोथ रेट 4.6 फीसदी और इलेक्ट्रिसिटी सेक्टर का ग्रोथ रेट 7.9 फीसदी रही है. मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में बेसिक मेटल्स की मैन्युफैक्चरिंग, कोक और रिफाइन पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स और इलेक्ट्रिकल इक्विपमेंट की मैन्युफैक्चरिंग सबसे बड़ा कंट्रीब्यूटर साबित हुआ है.
आईआईपी डेटा के मुताबिक, प्राइमरी गुड्स का ग्रोथ रेट 5.9 फीसदी, कैपिटल गुड्स का 12 फीसदी, इंटरमीडिएट गुड्स 6.8 फीसदी, इंफ्रास्ट्रक्टर या कंस्ट्रक्शन गुड्स 4.9 फीसदी, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स 8.2 फीसदी के दर से बढ़ा है. जबकि कंज्यूमर नॉन-ड्यूरेबल्स सेक्टर में -4.4 फीसदी का नेगेटिव ग्रोथ रेट देखने को मिला है.
आईआईपी डेटा पर कंमेट करते हुए नाइट फ्रैंक इंडिया के नेशनल डायरेक्टर रिसर्च विवेक राठी ने कहा, इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन के जो डेटा आए हैं वो आर्थिक गतिविधि में तेजी बने रहने के संकेत दे रहे हैं. कैपिटल गुड्स के आउटपुट में बढ़ोतरी से औद्योगिक उत्पादन को मजबूती मिल रही है. इससे घरेलू इंवेस्टमेंट में तेजी के संकेत मिल रहे हैं जिससे आर्थिक विकास को गति मिल सकती है.
आज सांख्यिकी मंत्रालय ने खुदरा महंगाई दर का डेटा भी जारी किया है जिसके मुताबिक अगस्त 2024 में महंगाई दर 3.65 फीसदी रही है जो कि जुलाई में 3.54 फीसदी रही थी.
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