IIP Data: देश का औद्योगिक उत्पादन का ग्रोथ रेट 4.2 फीसदी के दर से बढ़ा है. सांख्यिकी मंत्रालय ने आईआईपी (Index of Industrial Production) का डेटा जारी किया है जिसके मुताबिक जून 2024 में 4.2 फीसदी के दर से औद्योगिक उत्पादन बढ़ा है जो जून 2023 में 4 फीसदी रहा था. माइनिंग, मैन्युफैक्चरिंग और इलेक्ट्रिसिटी जैसे तीन सेक्टर्स ऐसे हैं जिनमें जून 2023 के मुताबिक उत्पादन में तेजी देखने को मिली है. मई 2024 में इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (IIP) 5.9 फीसदी के रफ्तार से बढ़ा था. 


डेटा का मुताबिक जून 2024 में आईआईपी ग्रोथ रेट 4.2 फीसदी रही है जो बीते साल जून 2023 में 4 फीसदी रही थी. तीन सेक्टर्स जिसमें माइनिंग मैन्युफैक्चरिंग और इलेक्ट्रसिटी शामिल है उनके उत्पादन में जून 2023 के मुकाबले बढ़ोतरी देखने को मिली है. माइनिंग सेक्टर का ग्रोथ रेट 10.3 फीसदी से दर से बढ़ा है जबकि मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का ग्रोथ रेट 2.6 फीसदी रहा है जबकि इलेक्ट्रसिटी सेक्टर का ग्रोथ रेट 8.6 फीसदी रहा है. मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के ग्रोथ रेट में उछाल में बड़ा योगदान बेसिक मेटल्स, इलेक्ट्रिक इक्वीपमेंट, मोटर व्हीकल्स, ट्रेलर्स और सेमी-ट्रेलर्स के ग्रोथ रेट में तेजी को जाता है. 


प्राइमरी गुड्स का ग्रोथ रेट जून 2024 में जून 2023 के मुकाबले 6.3 फीसदी के दर से बढ़ा है. कैपिटल गुड्स 2.4 फीसदी, इंटरमीडिएट गुड्स 3.1 फीसदी, इंफ्रास्ट्रक्चर - कंस्ट्रक्शन गुड्स 4.4 फीसदी, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स 8.6 फीसदी से दर से बढ़ा है. 


आईआईपी डेटा (IIP Data) पर नाइट फ्रैंक इंडिया ( Knight Frank India) के नेशनल डायरेक्टर रिसर्च विवेक राठी ने कहा, माइनिंग को छोड़कर दूसरे मुख्य सेक्टर्स में स्लोडाउन देखने को मिला है. मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का ग्रोथ रेट केवल 2.6 फीसदी से दर बढ़ा है जो चिंता का कारण हो सकता है. कंट्रक्शन गुड्स का का इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन भी 5 महीने के निचले स्तर पर है जिसकी वजह सीजन के दौरान कंस्ट्रक्शन एक्टिविटी में रुकावट है. कंज्यूमर गुड्स का प्रोडक्शन 4.3 फीसदी के दर से घटा है. उन्होंने कहा, पूरे इकॉनमिक एक्टिविटी की रफ्तार धीमी हुई है.   


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