IMF ने दी चेतावनी ! रूस-यूक्रेन संघर्ष बढ़ना विश्व के लिए और विनाशकारी होगा, महंगाई भी बढ़ेगी
Russia-Ukraine War Impact: आईएमएफ ने रूस और यूक्रेन के जारी संघर्ष के जारी रहने की सूरत में विश्व में विनाशकारी असर देखे जाने की चेतावनी जारी की है. कमोडिटी कीमतों से लेकर खाद्य उत्पाद महंगे होंगे.
IMF Alert: यूक्रेन में युद्ध के कारण गेहूं और अन्य अनाज सहित ऊर्जा और कमोडिटी की कीमतों में वृद्धि हुई है, जिससे आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान और कोविड -19 महामारी से पलटाव से मुद्रास्फीति दबाव बढ़ गया है. यह बात आईएमएफ ने कही है.. कीमतों के झटकों का दुनियाभर में प्रभाव पड़ेगा, खासकर गरीब परिवारों पर जिनके लिए भोजन और ईंधन खर्च का एक उच्च अनुपात है.
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की क्या है आशंका
आईएमएफ ने कहा कि यदि संघर्ष बढ़ता है, तो आर्थिक क्षति और अधिक विनाशकारी होगी. रूस पर प्रतिबंधों का वैश्विक अर्थव्यवस्था और वित्तीय बाजारों पर भी महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा, अन्य देशों के लिए महत्वपूर्ण स्पिलओवर होगा. कई देशों में संकट पहले से ही बढ़े हुए मूल्य दबावों के बीच, मुद्रास्फीति और गतिविधि दोनों के लिए एक प्रतिकूल झटका पैदा कर रहा है.
आईएमएफ को हैं बड़े डर
मौद्रिक अधिकारियों को उचित प्रतिक्रियाओं को जांचने के लिए घरेलू मुद्रास्फीति में बढ़ती अंतर्राष्ट्रीय कीमतों के पास-थ्रू की सावधानीपूर्वक निगरानी करने की आवश्यकता होगी. बढ़ती जीवन लागत को ऑफसेट करने में मदद करने के लिए राजकोषीय नीति को सबसे कमजोर परिवारों का समर्थन करने की आवश्यकता होगी. विश्व अर्थव्यवस्था महामारी संकट से उबरने के साथ-साथ यह संकट नीतिगत परिदृश्य को और जटिल करते हुए जटिल नीतिगत ट्रेडऑफ का निर्माण करेगा.
वैश्विक रूप से कमोडिटी और खाद्य उत्पादों के दाम बढ़ने लगे- आगे आएगा और उछाल
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध से कच्चे तेल के दाम आसमान छू रहे हैं जिससे भारत सहित विश्व के कई देशों में पेट्रोल-डीजल के दाम चढ़ने वाले हैं या चढ़ रहे हैं. इसके अलावा वैश्विक कीमतों के मोर्चे पर गेहूं और स्टील, लोहा, खाद्य तेल और फर्टिलाइजर के दामों में इजाफा देखा जाने की पूरी आशंका है.
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