India GDP Data: इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड (International Monetary Fund) ने भारत के आर्थिक विकास के ग्रोथ अनुमान को बढ़ा दिया है. आईएमएफ ने मौजूदा वित्त वर्ष 2024-25 में 20 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी के साथ भारत की जीडीपी के 7 फीसदी रहने का अनुमान जताया है. जबकि इससे पहले अप्रैल 2024 में आईएमएफ ने 6.8 फीसदी जीडीपी रहने का अनुमान जताया था. 


निजी खपत बढ़ने से अर्थव्यवस्था को फायदा 
 
इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड ने 16 जुलाई 2024 को वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक ग्रोथ अनुमान (World Economic Outlook Growth Projections) जारी किया है. आईएमएफ ने कहा, भारत के आर्थिक विकास के ग्रोथ अनुमान को बढ़ाकर मौजूदा वित्त वर्ष के लिए 6.8 फीसदी से 7 फीसदी किया जाता है. आईएमएफ ने कहा, ग्रामीण इलाकों में निजी खपत बढ़ने के चलते भारत के आर्थिक विकास की रफ्तार में गति देखने को मिल सकती है. वित्त वर्ष 2025-26 में 6.5 फीसदी इकोनॉमिक ग्रोथ रेट रहने का अनुमान जताया गया है. वित्त वर्ष 2023-24 में 8.2 फीसदी भारत का जीडीपी रहा था. 






आरबीआई ने 7.2 फीसदी ग्रोथ रेट का जताया है अनुमान 


आईएमएफ ने मौजूदा वित्त वर्ष में 7.2 फीसदी आर्थिक विकास दर रहने का अनुमान जताया है. जून महीने में आरबीआई ने अपने अनुमान को 7 फीसदी से बढ़ाकर 7.2 फीसदी किया था. लेकिन आरबीआई का अनुमान आईएमएफ से ज्यादा है. भारतीय रिजर्व बैंक के मुताबिक 2024-25 में भारत की जीडीपी 7.2 फीसदी रहने का अनुमान है. पिछले महीने ही आरबीआई गवर्नर ने कहा था कि भारत सालाना 8 फीसदी ग्रोथ रेट हासिल करने की राह पर चल रहा है और ये लंबे समय तक जारी रह सकता है. पिछले तीन वित्त वर्ष से लगातार भारत का इकोनॉमिक ग्रोथ रेट 7 फीसदी से ज्यादा रहा है. 


आईएमएफ ने अपने ग्रोथ अनुमान में बताया कि ग्लोबल इकोनॉमी 2024 में 3.2 फीसदी की दर से ग्रोथ दिखाएगी जो 2023 के 3.3 फीसदी के मुकाबले कम है. जबकि अमेरिका की जीडीपी 2024 में 2.6 फीसदी रहने का अनुमान है जो कि साल 2023 के 2.5 फीसदी से ज्यादा है. 


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