नौकरी के लिए सरकार की ओर से शुरू किए गए पोर्टल पर 40 दिनों के अंदर ही 69 लाख लोगों ने अप्लाई किया था लेकिन सिर्फ दो फीसदी को ही नौकरी मिल पाई. 11 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस जॉब पोर्टल का उद्घाटन किया था. इसके 40 दिन के भीतर ही 69 लाख लोगों ने इस पर रजिस्ट्रेशन कराया था. एक सप्ताह पहले यानी 14 से 21 अगस्त के बीच सात लाख लोगों से अधिक ने इस पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन कराया था, लेकिन इस दौरान सिर्फ 691 लोगों ही नौकरी मिल सकी.


कई राज्यों में कामगारों की कमी लेकिन नौकरी नहीं मिल रही 


स्किल डेवलपमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप मिनिस्ट्री के ASEEM पोर्टल पर नौकरी की तलाश कर रहे 3.7 लाख लोगों में से सिर्फ दो फीसदी लोगों को नौकरी मिली. 69 लाख प्रवासी कामगारों ने इस पर जॉब के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था, इनमें से सिर्फ 1.69 लाख लोगों को ही इसके जरिये काम मिल सका. लेकिन सिर्फ 7,700 लोगों को ही काम शुरू कर सके.पोर्टल के आंकड़ों के मुताबिक कर्नाटक, दिल्ली, हरियाणा, तेलंगाना और तमिलनाडु में कामगारों की भारी कमी है. दरअसल इन राज्यों में काम करने वाले ज्यादातर प्रवासी मजदूर बिहार और यूपी है. लिहाजा उनके लौटने से कामगारों की भारी कमी हो गई है.


नौकरी चाहने वालों में 80 फीसदी का इजाफा 


पिछले एक सप्ताह यानी 14 से 21 अगस्त के बीच नौकरी चाहने वालों की संख्या 2.97 लाख से बढ़ कर 3.78 लाख हो गई. यानी इसमें 80 फीसदी की बढ़ोतरी हुई. लेकिन इसकी तुलना नौकरी पाने वालों की संख्या में सिर्फ 9.7 फीसदी का इजाफा हुआ. इस दौरान नौकरी पाने वालों की संख्या 7009 से बढ़ कर 7,700 हो गई.ASEEM पोर्टल के मुताबिक 116 जिलों में शुरू किए गए गरीब कल्याण योजना तहत शुरू की गई रोजगार स्कीमों में नौकरी के लिए आवेदन करने वालों में महिलाओं की संख्या सिर्फ 5.4 फीसदी थी. हालांकि 14 से 21 अगस्त तक जॉब पोर्टल पर जॉब पोस्ट करने वाली कंपनियों की संख्या बढ़ कर 419 से 443 हो गई थी.


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