Banking Crisis: सिलिकॉन वैली बैंक (Silicon Valley Bank) के डूबने के साथ ही अमेरिका और यूरोपीय देशों में बैंकिंग संकट (Global Banking Crisis) की शुरुआत हो गई है. ऐसे में भारत में इसके असर को लेकर लगातार कयास लगाए जा रहे हैं. अब इस मामले पर आर्थिक मामलों के सचिव अजय सेठ (Economic Affairs Secretary Ajay Seth) ने एक अहम बयान दिया है. उन्होंने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था इस समय बहुत मुश्किल दौर से गुजर रही है, लेकिन इसका प्रभाव भारत पर नहीं पड़ेगा. भारतीय अर्थव्यवस्था और वित्तीय सेक्टर पूरी तरह से सुरक्षित है. देश का फाइनेंशियल सेक्टर मजबूत और सही तरीके से रेगुलेटेड है.
भारत को सतर्क रहने की है जरूरत
हालांकि DEA सचिव अजय सेठ ने यह भी कहा कि इस वैश्विक परिस्थिति में अगर भारत को शुरुआती चेतावनी दिखाई देती है तो ऐसे में हमें तुरंत सतर्क हो जाने की जरूरत है. सेठ ने कहा कि कई ऐसे संकेतक होते हैं तो शुरुआती दौर में चेतावनी देते हैं. अगर हम इन सकेंत को अच्छी तरह से समझ लेते हैं तो उसमें सुधार करके आगे आने वाली बड़ी परेशानी से बच सकते हैं.
वित्तीय संकट का भारत नहीं होगा असर
अजय सेठ ने यह सभी बातें वित्तीय स्थिरता और विकास परिषद की मीटिंग के बाद कही है. गौरतलब है कि फरवरी, 2023 को बजट पेश करने के बाद वित्त मंत्री निर्मला सितारमन (Nirmala Sitharaman) ने पहली वित्तीय स्थिरता और विकास परिषद (Financial Stability and Development Council) की बैठक की अध्यक्षता की है. यह सवाल पूछे जाने पर कि क्या अमेरिका और यूरोप के बैंकिंग संकट पर इस बैठक में चर्चा हुई थी, अजय सेठ ने कहा कि इस मुद्दे पर स्पष्ट तौर पर बातचीत नहीं हुई, लेकिन यह जरूर कहा गया कि देश की वित्तीय प्रणाली को सुरक्षित रखने सभी रेगुलेटर संस्थाओं की साझा जिम्मेदारी है.
ध्यान देने वाली बात ये है कि अमेरिका के सिलिकॉन वैली बैंक (Silicon Valley Bank) और सिग्नेचर बैंक (Signature Bank) के डूबने के बाद स्विट्जरलैंड के क्रेडिट सुईस बैंक (Credit Sussie) बैंक के डूबने की खबर भी आ गई थी. इसके बाद से ही विश्व बैंकिंग सिस्टम में अनिश्चितता का माहौल है.
ये भी पढ़ें-
Gold Reserves: RBI के सोने के भंडार में शानदार इजाफा, 800 टन के करीब पहुंचा गोल्ड रिजर्व