Income Tax: टैक्सपेयर्स की सुविधा के लिए इनकम टैक्स विभाग ने लॉन्च किया AIS फॉर टैक्सपेयर मोबाइल ऐप, एआईएस में दिखता है सभी वित्तीय लेन-देन
Income Tax Update: इनकम टैक्स विभाग ने टैक्स की चोरी को रोकने के लिए एआईएस (AIS) और टीआईएस (TIS) को 2022 में लॉन्च किया था.
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Income Tax Department: इनकम टैक्स विभाग ने टैक्सपेर्य के सहुलियत के लिए एआईएस फॉर टैक्सपेयर्स (AIS for Taxpayer) नाम से मोबाइल ऐप लॉन्च किया है. इस ऐप पर जाकर टैक्सपेयर्स एनिअल इंफॉरमेशन स्टेटमेंट (Annual Information Statement) और टैक्सपेयर इंफॉर्मेशन समरी (Taxpayer Information Summary) को देख सकेंगे. एआईएस फॉर टैक्सपेयर्स एक मोबाइल अप्लीकेशन है टैक्सपेयर्स के लिए पूरी तरह मुफ्त उपलब्ध है.
एआईएस फॉर टैक्सपेयर्स नाम से इस ऐप को यूजर गूगल प्ले या ऐप स्टोर पर जाकर डाउनलोड कर सकते हैं. एक वित्त वर्ष के दौरान टैक्सपेयर्स द्वारा किए गए सभी फाइनैंशियल लेन-देन के डिटेल्स जो टैक्स विभाग ने अलग अलग सोर्सेज से इकठ्ठा किए हैं वो एआईएस (AIS) यानी एनुअल इंफॉर्मेशन स्टेटमेंट (Annual Information Statement) और टीआईएस (TIS) यानी टैक्सपेयर इंफॉर्मेशन समरी (Taxpayer Information Summary) पर जाकर टैक्सपेयर्स देख सकेंगे.
इस मोबाइल ऐप के जरिए टैक्सपेयर्स टीडीएस और टीसीएस से जुड़े अपने डिटेल्स को देख सकते हैं. साथ ही ब्याज, डिविडेंड, शेयर ट्रांजैक्शन, टैक्स का भुगतान , इकम टैक्स रिफंड के अलावा दूसरी जानकारियां जिसमें जीएसटी डाटा, विदेशी रेमिटेंस शामिल है वो सभी एनुअल इंफॉर्मेशन स्टेटमेंट (AIS) और टीआईएस (TIS) में उपलब्ध होगा. ऐप में जो भी जानकारियां डिस्प्ले हो रही हैं उसे लेकर टैक्सपेयर्स के पास विकल्प के साथ ये फीडबैक देने की भी सुविधा है.
इस ऐप को एक्सेस करने के लिए टैक्सपेयर्स को ऐप पर रजिस्टर करना होगा. इसके लिए टैक्सपेयर्स को पैन नंबर उपलब्ध कराना होगा. ई-फाइलिंग पोर्टल पर रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी पर जो ओटीपी आएगा उसके जरिए टैक्सपेयर्स को अपनी पहचान सत्यापित करनी होगी. इस मोबाइल ऐप को एक्सेस करने लिए टैक्सपेयर्स 4 डिजिट का पिन नंबर सेट कर सकते हैं. टैक्स विभाग का मानना है कि टैक्सपेयर्स के लिए उपलब्ध कराय जा रहे इस सुविधा से अनुपालन में मदद मिलेगी.
इनकम टैक्स रिटर्न भरने के दौरान टैक्सपेयर्स को कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरुरी है. वर्ना उनकी मुश्किलें बढ़ सकती है. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट बीते साल 2022 से एक टैक्सपेयर्स के सभी फाइनैंशियल लेन-देन के डिटेल्स के साथ एआईएस (AIS) और टीआईएस (TIS) यानी टैक्सपेयर इंफॉर्मेशन समरी (Taxpayer Information Summary) लेकर आया है. टैक्सपेयर्स को जिन माध्यमों से वित्त वर्ष के दौरान कमाई हुई है उसका पूरा लेखा-जोखा और ब्यौरा एआईएस (AIS) में रहता है. इनमें सैलेरी, सेविंग अकाउंट से ब्याज के रूप में हुई कमाई, रेकरिंग और फिक्स्ड डिपॉजिट से इनकम, शेयर बाजार और म्यूचुअल फंड में निवेश और बेचने से मिले रकम का ब्यौरा और साथ में डिविडेंड से मिले पैसे का डिटेल्स मौजूद होता है. एआईएस (AIS) में विदेश से मिले पैसे के डिटेल्स भी दिया होता है.
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आईटीआर फाइलिंग को आसान बनाने के लिए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने टीआईएस की शुरुआत की है. इसमें टैक्सपेयर्स को उसके कुल टैक्सेबल इनकम की पूरी जानकारी मिल जाती है. इनकम टैक्स विभाग टैक्स की चोरी को रोकने के लिए एआईएस (AIS) और टीआईएस (TIS) लेकर आई है. इनकम टैक्स विभाग की नजर से कोई भी फाइनैंशियल ट्रांजैक्शन छिपा हुआ नहीं है.
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