Income Tax Day: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि हमें ये सुनिश्चित करना है कि इनकम टैक्स रेट में लगातार कमी आती रहे और टैक्स सिस्टम सरल बनें इससे टैक्सपेयर्स की संख्या को बढ़ाने में मदद मिलेगी. वित्त मंत्री ने कहा, अगले छह महीने में नया टैक्स कोड या नया इनकम टैक्स एक्ट हमारे सामने होगा जो कि बेहद सरल होगा और इसकी भाषा को टैक्सपेयर्स आसानी से समझ सकेंगे. वित्त मंत्री के मुताबिक, सीबीडीटी की कमिटी इस पर काम कर रही है.
72% टैक्यपेयरों ने अपनाया नया टैक्स रिजीम
इनकम टैक्स की 165वीं वर्षगांठ पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री ने नए इनकम टैक्स रिजीम को लेकर कहा, हम इसे लेकर आए और महज दो सालों में 72 फीसदी टैक्सपेयर्स नए इनकम टैक्स रिजीम को अपना चुके हैं. टैक्सपेयर्स को नया रिजीम बेहद आकर्षक लग रहा है. वित्त मंत्री ने कहा, नए इनकम टैक्स रिजीम को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे थे लेकिन 72 फीसदी टैक्सपेयर्स ने आयकर रिटर्न दाखिल करने के लिए नए इनकम टैक्स रिजीम को चुना है जिसमें टैक्स रेट कम है, कोई डिडक्शन नहीं है और कम्पलॉयंस यानि अनुपालन की सिरदर्दी भी नहीं है.
60 लाख नए टैक्सपेयर्स
वित्त मंत्री ने कहा, कई लोग कहते हैं कि पुराने टैक्स रिजीम के समान नए रिजीम में डिडक्शन क्यों नहीं है? उन्होंने कहा, मैं कहना चाहती हूं कि नए रिजीम के रूप में हम टैक्सपेयर्स को विकल्प दे रहे हैं, हम किसी पर इसे अपनाने के लिए दबाव नहीं बना रहे. टैक्सपेयर्स को जो रिजीम ठीक लगे उसे वे अपनाएं. निर्मला सीतारमण ने कहा, हमें ये लगातार सुनिश्चित करना है इनकम टैक्स रेट में कमी आए और टैक्स सिस्टम सरल बनें. इससे टैक्सपेयर्स की संख्या को बढ़ाने में मदद मिलेगी जैसे नए इनकम टैक्स रिजीम के चलते हमें ये देखने को मिला है. वित्त मंत्री ने कहा, इस साल इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करने वाले टैक्सपेयर्स की संख्या में बढ़ोतरी आई है. 59.57 लाख ऐसे टैक्सपेयर्स हैं जिन्होंने पहली बार आयकर रिटर्न फाइल किया है.
वित्त मंत्री ने अधिकारियों को फ्रेंडली होने की दी नसीहत
वित्त मंत्री ने टैक्स विभाग और उसके अधिकारियों से टैक्सपेयर्स के साथ फेसलेस, फेयर और फ्रेंडली होने को कहा है. उन्होंने टैक्सपेयर्स को विभाग की ओर से भेजे जाने वाले नोटिस की भाषा को सरल और नॉन-टेक्निकल बनाने को कहा है जिससे टैक्सपेयर्स आसानी से समझ सकें और टैक्स विभाग को जवाब देने के लिए उन्हें वकील हायर नहीं करना पड़े. वित्त मंत्री ने कहा हमें अपने टैक्सपेयर्स से बेहद सरल भाषा में बात करनी चाहिए.
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