नई दिल्लीः 1 अप्रैल से होने वाले ढेर सारे बदलावों में एक बड़ा बदलाव ये होगा कि सालाना 50 लाख तक इनकम वालों के लिए आईटी रिटर्न भरना आसान हो जाएगा. 5 लाख से 50 लाख रुपये की आमदनी वालों के लिए अब रिटर्न फॉर्म भरना काफी आसान होगा क्योंकि उन्हें अब सिर्फ 1 पेज का ही फॉर्म भरना पड़ेगा. जो फॉर्म फिलहाल 3-4 पेज का होता है उसे छोटा कर सरकार इसके लिए आईटीआर-1 का नया फॉर्म लाएगी. 1 अप्रैल से ये नया फैसला लागू होगा और रिटर्न फाइल बढ़ाने के मकसद से ये फैसला किया गया है.


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आपको ध्यान होगा कि बजट में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एलान किया था कि 5 लाख रुपये तक की सालाना इनकम वालों के लिए सरकार एक पेज का आईटी-रिटर्न फॉर्म लाएगी. लेकिन इसका दायरा बढ़ाते हुए सरकार ने इस लिमिट को 5 लाख से बढ़ाकर 50 लाख रुपये किया है. ये फैसला सिर्फ सर्विस क्लास के लिए है और इसके तहत इनकम में सैलरी के अलावा रेंटल इनकम भी शामिल होगी. इसमें आमदनी के अलग स्रोत पर नियम नहीं लागू होगा. अगर नौकरीपेशा लोगों की आमदनी के इन दोनों से ज्यादा जरिए स्रोत हैं तो उन्हें रिटर्न के लिए दूसरा फॉर्म ही भरना पड़ेंगा.


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आईटी रिटर्न के फॉर्म ज्यादा आसान होने से ज्यादा रिटर्न फाइल होने की उम्मीद जताई जा रही है. अभी 125 करोड़ देशवासियों की जनता में सिर्फ 6 करोड़ लोग इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करते हैं जिसमें 5 लाख रुपये से ज्यादा आय दिखाने वालों की तादाद सिर्फ 76 लाख है. (बजट में घोषित आंकड़ों के मुताबिक)


जानें इसकी जरूरी बातें




  • 1 अप्रैल से सालाना आय 50 लाख रुपए तक वालों को सिर्फ एक पेज का इनकम टैक्स रिटर्न फॉर्म भरना होगा.

  • ये फैसला वित्त वर्ष 2016-17 यानी एसेसमेंट ईयर 2017-18 के लिए लागू हो जाएगा.

  • सरकार नए रिटर्न फॉर्म जल्दी ही लाएगी जिसके बाद 31 जुलाई तक लोगों को अपने इनकम टैक्स के रिटर्न फाइल करने होंगे.

  • इनकम टैक्स रिटर्न भरना बेहद आसान हो जाएगा क्योंकि 50 लाख रुपये तक इनकम वालों का अब एक पेज आईटी रिटर्न फॉर्म में काम निपट जाएगा. यानी उन लोगों को अपना रिटर्न फाइल करने के लिए किसी चार्टेड अकाउंटेंट पर निर्भर नहीं रहना होगा जैसा कि आमतौर पर होता है.