Industrial Production: औद्योगिक उत्पादन के मोर्चे पर मिली खुशखबरी, 3.8 फीसदी बढ़ गया प्रोडक्शन
Index of Industrial Production: सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर समेत माइनिंग और इलेक्ट्रिसिटी प्रोडक्शन में उछाल आया है.
Index of Industrial Production: देश में औद्योगिक उत्पादन में उछाल आया है. सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, दिसंबर, 2023 में औद्योगिक उत्पादन में 3.8 फीसदी का उछाल आया है. एक साल पहले समान महीने में औद्योगिक उत्पादन 5.1 फीसदी बढ़ा था. इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (IIP) इस अवधि में 151.5 पर पहुंच गया है. हर 6 हफ्तों में जारी होने वाला यह आंकड़ा दर्शाता है कि देश में औद्योगिक गतिविधियों में तेजी आई है. आईआईपी के आधार पर जारी किया गया है. जनवरी 2024 के लिए इंडेक्स मंगलवार, 12 मार्च को जारी किया जाएगा.
मैन्युफैक्चरिंग, माइनिंग और इलेक्ट्रिसिटी प्रोडक्शन बढ़ा
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) के आधिकारिक बयान से पता चलता है कि दिसंबर, 2023 में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का प्रोडक्शन 3.9 फीसदी बढ़ा, जो एक साल पहले की समान अवधि में 3.6 फीसदी था. दिसंबर, 2023 में माइनिंग उत्पादन 5.1 फीसदी और इलेक्ट्रिसिटी उत्पादन 1.2 फीसदी की दर से बढ़ा है. इस तरह चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों (अप्रैल-दिसंबर) में आईआईपी की कुल वृद्धि दर 6.1 फीसदी रही है. एक साल पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 5.5 फीसदी रहा था.
देशभर की प्रोडक्शन यूनिट से इकट्ठे किए जाते हैं आंकड़े
यह आंकड़े देशभर की फैक्ट्री और प्रोडक्शन यूनिट से इकट्ठे किए जाते हैं. ये सभी त्वरित अनुमान हैं. इनमें आगे आईआईपी की संशोधन नीति के अनुसार बदलाव किया जाएगा. उपयोग आधारित वर्गीकरण के अनुसार, प्राइमरी गुड्स में 1.5 फीसदी, कैपिटल गुड्स में 1.03 फीसदी, इंटरमीडिएट गुड्स में 1.59 फीसदी और इंफ्रास्ट्रक्टर एवं कंस्ट्रक्शन गुड्स में 1.77 फीसदी रहा है. कंज्यूमर डूरेबल्स में यही आंकड़ा 1.14 फीसदी और कंज्यूमर नॉन डूरेबल्स में 1.78 फीसदी रहा है.
नवंबर में भी हुई थी बढ़ोतरी
नवंबर महीने में औद्योगिक उत्पादन का सूचकांक 141 रहा. यह साल भर पहले की तुलना में 2.4 फीसदी ज्यादा है. इससे पहले अक्टूबर 2023 के महीने में आईआईपी 144.5 पर रहा था, जो साल भर पहले की तुलना में 11.7 फीसदी ज्यादा था. अक्टूबर महीने के दौरान देश के कारखानों के में उत्पादन 16 महीने की सबसे तेज वृद्धि दर्ज की गई थी.
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