भारतीय आसमान विमानन कंपनियों के लिए आसान नहीं है. इतिहास इस बात का गवाह रहा है और भारत सरकार ने भी ये बात मान ली है. सरकार ने इस संबंध में हाल ही में कुछ आंकड़े बताए हैं, जिनसे इस धारणा की पुष्टि होती है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले 5 सालों के दौरान 7 विमानन कंपनियां विभिन्न कारणों से बंद हुई हैं.
अभी इतनी कंपनियां कर रही हैं काम
मिनिस्टर ऑफ स्टेट फोर सिविल एविएशन वीके सिंह ने लोकसभा में एक लिखित जवाब में इस बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि पिछले 5 सालों के दौरान 7 विमानन कंपनियां बंद हुई हैं. अभी देश में 16 विमानन कंपनियां सेवाएं प्रदान कर रही हैं, जिनमें 11 शेड्यूल्ड ऑपरेटर्स और 5 शेड्यूल कम्यूटर ऑपरेटर्स शामिल हैं.
3 साल में ये 5 कंपनियां हुईं बंद
मंत्री के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, पिछले साल 2 विमानन कंपनियां बंद हुईं. पिछले साल बंद होने वाली कंपनियों के नाम हैं- हेरिटेज एविऐशन प्राइवेट लिमिटेड (Heritage Aviation Pvt Ltd) और टर्बो मेघा एयरवेज प्राइवेट लिमिटेड (Turbo Megha Airways Pvt Ltd). उससे पहले साल 2020 में 3 कंपनियां जेक्सस एयर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड (Zexus Air Services Pvt Ltd), डेक्कन चार्टर्स प्राइवेट लिमिटेड (Deccan Charters Pvt Ltd) और एयर ओडिशा एविएशन प्राइवेट लिमिटेड (Air Odisha Aviation Pvt Ltd) बंद हुई थीं.
2019 में बंद हुईं 2 कंपनियां
उससे पहले साल 2019 में भी दो विमानन कंपनियों ने परिचालन बंद किया था, जिनके नाम हैं जेट एयरवेज इंडिया लिमिटेड (Jet Airways India Ltd) और जेट लाइट इंडिया लिमिटेड (Jet Lite India Ltd). जेट एयरवेज अप्रैल 2019 में वित्तीय कारणों से बंद हुई थी. उसके बाद कंपनी एनसीएलटी में इन्सोल्वेंसी की प्रक्रिया से गुजरी. कंपनी को फिर से उड़ान शुरू करने के लिए फरवरी 2022 में एयर ऑपरेटर सर्टिफिकेट मिला था, लेकिन कंपनी ने परिचालन शुरू नहीं किया.
गो फर्स्ट बनी सबसे ताजा शिकार
हाल ही में गो फर्स्ट ने संकट का सामना किया है. महीनों से कंपनी की उड़ानें बंद है और अभी दिवाला प्रक्रिया चल रही है. यह कंपनी भी वित्तीय संकटों में फंसी हुई है. हालांकि ऐसी उम्मीद है कि गो फर्स्ट की उड़ानें जल्द ही फिर से शुरू हो जाएंगी.
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