भारत और UAE के बीच इंडस्ट्रीज और एडवांस टेक्नोलॉजी के फील्ड में समझौते, कॉमर्स मिनिस्टर पीयूष गोयल ने साइन किया MoU
INDIA-UAE MoU: वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल भारत-यूएई के उच्चस्तरीय कार्यबल की 11वीं बैठक में भाग लेने के लिए यूएई आए हुए हैं.
INDIA-UAE Partnership: वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) रुपये और दिरहम में कारोबार को बढ़ाने की संभावनाएं तलाश रहे हैं. इससे द्विपक्षीय व्यापार को काफी बढ़ावा मिलेगा. गोयल ने कहा कि इसके अलावा इससे यूएई से भारत में धन भेजने की लागत भी कम होगी. पीयूष गोयल ने कहा, "हमने रुपये-दिरहम व्यापार को और बढ़ाने पर विचार किया है, जिसे यूएई के केंद्रीय बैंक और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के प्रयासों से चलाया जा रहा है." फार्मा, सड़क और राजमार्ग, बंदरगाह, अन्य बुनियादी गतिविधियों, स्वच्छ ऊर्जा, हरित हाइड्रोजन, सौर और पवन ऊर्जा क्षेत्रों में निवेश आने की संभावना है.
वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल यूएई में हैं
उन्होंने कहा, "मैंने अभी-अभी आरबीआई और यूएई के केंद्रीय बैंक के साथ चर्चा पूरी की है और हम इसपर सहमत हुए हैं कि उद्योग और बैंकरों के साथ मिलकर रुपये-दिरहम व्यापार को और अधिक तेजी से और बड़े पैमाने पर संचालित करने के लिए काम किया जाएगा." गोयल यहां निवेश पर भारत-यूएई के उच्चस्तरीय कार्यबल की 11वीं बैठक में भाग लेने आए हैं. उन्होंने कहा कि घरेलू मुद्राओं से दोनों देशों के बीच हर प्रकार के कारोबार पर लगभग पांच फीसदी बचत होगी.
Delighted to co-chair the 11th India-UAE High Level Joint Task Force on Investments with H.H. Sheikh Hamed bin Zayed Al Nahyan, MD of the Abu Dhabi Investment Authority.
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) October 5, 2023
Explored avenues for facilitating investments in areas of mutual interest to give further impetus to the… pic.twitter.com/qehhJhO0we
द्विपक्षीय कारोबार और आर्थिक संबंधों के लिए भारत और यूएई के बीच FTA है
दोनों पक्षों ने भारत में खाद्य और औद्योगिक पार्क तैयार करने पर चर्चा की. द्विपक्षीय कारोबार और आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए भारत और यूएई के बीच पहले से ही पिछले साल मई में मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) हो चुका है. दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2022-23 में बढ़कर 84.9 अरब डॉलर हो गया है, जो 2021-22 में 72.9 अरब डॉलर था.
पीयूष गोयल ने कहा कि यूएई के निवेशक भारत में स्वच्छ ऊर्जा, बुनियादी ढांचे, शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, खाद्य प्रसंस्करण और वित्तीय सेवाओं जैसे विभिन्न क्षेत्रों में निवेश करने के इच्छुक हैं. उन्होंने कहा कि भारत में यूएई के निवेशकों के लिए एयरलाइन क्षेत्र में काफी संभावनाएं हैं क्योंकि भारत सरकार यात्रा और पर्यटन क्षेत्रों पर काफी जोर दे रही है. केंद्रीय मंत्री ने कहा, "यूएई की कंपनियां वित्तीय सेवाओं में काफी रुचि दिखा रही हैं. मुझे लगता है कि कुछ दिन बाद हम सार्वजनिक क्षेत्रों और विनिर्माण व सेवा क्षेत्रों में अच्छा निवेश देखेंगे"
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