ऑनलाइन स्ट्रीमिंग कंपनी नेटफ्लिक्स के लिए भारत पहले से प्रमख बाजारों में एक रहा है. अब पेड सब्सक्राइबर्स के मामले में नेटफ्लिक्स के लिए भारत दूसरा सबसे बड़ा बाजार बन गया है. कंपनी ने बताया है कि जून तिमाही के दौरान सबसे ज्यादा पेड सब्सक्राइबर्स जोड़ने के मामले में भारत दूसरे स्थान पर रहा है.


जून तिमाही में मिले 80 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर


नेटफ्लिक्स ने इस बात की जानकारी शेयरहोल्डर्स को एक लेटर में दी. उसने कहा कि 2024 की दूसरी तिमाही यानी अप्रैल से जून के तीन महीनों के दौरान नेटफ्लिक्स को दुनिया भर में 80.5 लाख नए पेड सब्सक्राइबर मिले. उनमें से 28.3 लाख नए पेड सब्सक्राइबर एशिया-प्रशांत क्षेत्र में जुड़े. भारत भी एशिया-पैसिफिक रीजन में आता है. एशिया-प्रशांत क्षेत्र नए मेंबर्स के हिसाब से नेटफ्लिक्स के नंबर-1 भौगोलिक क्षेत्र साबित हुआ.


राजस्व के मामले में तीसरे स्थान पर भारत


नेटफ्लिक्स के लिए भारत सिर्फ नए पेड सब्सक्राइबर्स के लिहाज से ही चोटी के बाजारों में नहीं है, बल्कि राजस्व के हिसाब से भी भारत की भूमिका अहम है. नेटफ्लिक्स के अनुसार, जून तिमाही के दौरान रेवेन्यू पर्सेंट ग्रोथ के हिसाब से भारत उसके लिए तीसरा सबसे बड़ा देश रहा है. हालांकि कंपनी ने भारत में रेवेन्यू के बारे में कोई आंकड़ा नहीं दिया है. ओवरऑल एशिया-प्रशांत क्षेत्र में जून तिमाही में नेटफ्लिक्स का राजस्व 14.5 फीसदी बढ़कर 1.05 बिलियन डॉलर रहा है, जबकि वैश्विक स्तर पर आंकड़ा 16.8 फीसदी बढ़कर 9.56 बिलियन डॉलर रहा है.


ऐसे कंटेंट से मिली सब्सक्राइबर जोड़ने में मदद


भारत में जून तिमाही के दौरान नेटफ्लिक्स को नए पेड सब्सक्राइबर जोड़ने में ताजे कंटेंट से मदद मिली है. नेटफ्लिक्स ने बताया की तिमाही के दौरान उसके प्लेटफॉर्म पर कई नए कंटेंट जारी हुए, जिनसे पेड सब्सक्राइबर जोड़ने में मदद मिली. उनमें संजय लीला भंसाली की फिल्म हीरामंडी और इम्तियाज अली की फिल्म अमर सिंह चमकीला शामिल है. तिमाही के दौरान नेटफ्लिक्स के प्लेटफॉर्म पर हीरामंडी को जहां सबसे ज्यादा 1.5 करोड़ व्यूज मिले, वहीं अमर सिंह चमकीला को 83 लाख बार देखा गया.


नेटफ्लिक्स के लिए महत्वपूर्ण बाजार बना भारत


नेटफ्लिक्स के अनुसार, जून तिमाही के दौरान भारत में उसकी ग्रोथ में किरण राव की लापता लेडीज और अजय देवगन व माधवन स्टारर शैतान जैसी लाइसेंस्ड फिल्मों की भूमिका भी अहम रही. नेटफ्लिक्स के को-सीईओ टेड सरांडोस का कहना है कि भारत हालिया सालों में उनकी कंपनी की ग्रोथ के लिए महत्वपूर्ण भूमिका वाला बाजार बनकर उभरा है.


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