10 Trillion Dollar Economy: दुनिया के विकसित देशों में जब मंदी की आहट सुनाई दे रही है. ऐसे में भारत दुनियाभर की सभी अर्थव्यवस्थाओं में चमकदार सितारा बनकर उभरा है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष  के मुख्य अर्थशास्त्री ने भारत के संदर्भ में ये बातें कही है. हालांकि उन्होंने कहा कि 10 ट्रिलियन   डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को हासिल करने के लिए भारत को कई प्रकार के प्रमुख संरचनात्मक सुधार (Key Structural Reforms ) जैसे कदम उठाने होंगे.  


भारत है चमकदार रौशनी!
आईएमएफ के मुख्य अर्थशास्त्री Pierre-Olivier Gourinchas ने कहा कि भारत के बारे में मैं कहना चाहूंगा कि ये चमकदार रोशनी के समान है. भारतीय अर्थव्यवस्था बेहतर कर रही है. मंगलवार को अपने वर्ल्ड इकोमॉमिक आउटलुक में आईएमएफ ने भारत के आर्थिक विकास दर के अनुमान को 2022-23 के लिए घटाकर 6.8 फीसदी कर दिया है. जबकि 2021 में ये 8.7 फीसदी रहा था. वहीं आईएमएफ का अनुमान है कि 2023 में भारतीय अर्थव्यवस्था का विकास दर और घटकर 6.1 फीसदी रह सकता है. 


ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी बनने की क्षमता
भारत के 10 ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी बनने के लक्ष्य को लेकर पूछे गए सवाल पर  Pierre-Olivier Gourinchas ने कहा कि मेरा मानना है कि ये हासिल किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि पूर्व में कई देशों ने बहुत तेजी के साथ आर्थिक विकास किया है. ये इतना आसान नहीं है लेकिन भारत जैसी अर्थव्यवस्था के लिए अपार संभावनाएं हैं. उन्होंने कहा कि इसके लिए भारक को कई प्रकार के संरचनात्मक सुधार जैसे कदम उठाने होंगे. उन्होंने कहा कि डिजिटाइजेशन के मामले में भारत अग्रणी देशों में से एक है. 


डिजिटाइजेशन का बढ़े इस्तेमाल 
Pierre-Olivier Gourinchas ने डिजिटाइजेश जैसे टूल्स का इस्तेमाल भारत वित्तीय समावेषण के लक्ष्य को हासिल करने के लिए कर सकता है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा, सामाजिक क्षेत्र डिजिटल साक्षरता और आधारभूत ढांचे पर खर्च को बढ़ाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था कोरोना महामारी के बाद आई गिरावट के बाद वापसी कर चुकी है. 


ये भी पढ़ें


Direct Cash Transfer: IMF ने डायरेक्ट कैश ट्रांसफर स्कीम और सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को बताया चमत्कार!