India GDP Growth: भारत को दुनिया की दूसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लिए 2048 तक का इंतजार नहीं करना पड़ेगा. बल्कि इस उपलब्धि को भारत 2031 में ही हासिल कर सकता है और 2060 तक भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है. ये दावा किया है बैंकिंग सेक्टर के रेग्यूलेटर भारतीय रिजर्व बैंक ( Reserve Bank of India) के डिप्टी गवर्नर माइकल देवव्रत पात्रा (Michael Debabrata Patra) ने.
मसूरी के लाल बहादुर नेशनल एकाडमी ऑफ एडमिनिट्रेशन ( Lal Bahadur Shastri National Academy of Administration, Mussoorie) में आईएएस अधिकारियों के मिड-करियर ट्रेनिंग प्रोग्राम को संबोधित करते हुए माइकल पात्रा ने कहा, वित्त वर्ष 2023-24 में भारत मौजूदा एक्सचेंज रेट के हिसाब से 3.6 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बन गया है. भारत का प्रति व्यक्ति आय (per capita income) 2,07,030 रुपये या 2500 डॉलर है उसके हिसाब से भारत लोअर मिडिल इनकम ग्रुप (Lower Middle Income Group ) के देशों में आता है. इस उपलब्धि को हासिल करना इंवेटफुल रहा है. 8 फीसदी के ग्रोथ रेट के साथ भारत दुनिया के सबसे तेज गति से विकास करने वाला देश है.
माइकल देवव्रत पात्रा ने कहा, अगर भारत 9.6 फीसदी के दर से अगले 10 वर्षों तक आर्थिक विकास करता है तो वो लोअर मिडिल क्लास इनकम के ट्रैप को तोड़कर बाहर आ सकता है और विकसित देश बन सकता है. इसका फायदा दो माइलस्टोन के साथ प्रति व्यक्ति आय में दिखना चाहिए. पहला 4516 से 15005 डॉलर सालाना प्रति व्यक्ति आय हो जाए जिससे भारत मिडिल इनकम वाला देश होने का स्टेटस हासिल कर लेगा साथ ही विकसित देश होने का गौरव हासिल करेगा. पर 2047 तक विकसित देश होने के लिए प्रति व्यक्ति आय का लेवल भी बढ़कर 34,000 डॉलर सालाना हो जाएगा.
डिप्टी गवर्नर ने कहा, जो हमारी शक्ति है, मैं कह सकता हूं कि ये संभव है कि 2048 नहीं बल्कि भारत अगले दशक में ही 2031 तक दुनिया की दूसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा और 2060 तक सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगा.
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