पिछले महीने देश के प्रमुख बंदरगाहों पर माल की ढुलाई में अच्छी तेजी देखने को मिली. आंकड़ों के अनुसार, मई महीने के दौरान देश के 12 प्रमुख बंदरगाहों ने मिलकर 72 मिलियन टन से ज्यादा माल की ढुलाई की. ज्यादातर प्रमुख बंदरगाहों ने बीते महीने के दौरान ग्रोथ हासिल की.


इतनी हो गई माल की ढुलाई


न्यूज एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट में इंडियन पोर्ट्स एसोसिएशन के आंकड़ों से सोमवार को इसकी जानकारी दी गई. आंकड़ों के अनुसार, मई 2024 में देश के 12 प्रमुख बंदरगाहों ने मिलकर 72.04 मिलियन टन माल की ढुलाई की. यह आंकड़ा साल भर पहले यानी मई 2023 की तुलना में 3.75 फीसदी ज्यादा है. मई 2023 में इन 12 प्रमुख बंदरगाहों ने मिलकर 69.43 मिलियन टन माल की ढुलाई की थी.


सबसे ज्यादा इनका रहा योगदान


प्रमुख बंदरगाहों के संगठन आईपीए के आंकड़ों के अनुसार, बीते महीने 12 प्रमुख बंदरगाहों में से 9 की माल ढुलाई में तेजी आई. माल ढोने में सबसे आगे विशाखापत्तनम बंदरगाह रहा, जिसने अकेले 22.05 फीसदी का योगदान दिया. उसके बाद 9.10 फीसदी योगदान के साथ चेन्नई पोर्ट दूसरे, 7.78 फीसदी के साथ कोच्चि पोर्ट तीसरे और 5.89 फीसदी योगदान के साथ मुंबई पोर्ट चौथे स्थान पर रहा.


भारत के 12 प्रमुख बंदरगाह


भारत के 12 प्रमुख बंदरगाहों में दीनदयाल (कांडला), मुंबई, मोरमुगांव, न्यू मंगलौर, कोच्चि, चेन्नई, एन्नोर (कामराजार), तूतीकोरिन (वी ओ चिदंबरनार), विशाखापत्तनम, पारादीप व कोलकाता (हल्दिया सहित) और जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह शामिल हैं.


इन बंदरगाहों की बढ़ी ढुलाई


ग्रोथ के हिसाब से बीते महीने सबसे आगे वी ओ चिदंबरनार पोर्ट रहा, जिसकी माल ढुलाई में सबसे ज्यादा 5.59 फीसदी की तेजी आई. इसी तरह मई 2024 के दौरान पारादीप पोर्ट की कार्गो हैंडलिंग 4.27 फीसदी बढ़ी. दीनदयाल पोर्ट की माल ढुलाई में 3.49 फीसदी, न्यू मंगलौर की माल ढुलाई में 1.87 फीसदी और जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह के कार्गो ट्रैफिक में 1.78 फीसदी की वृद्धि आई.


बीते महीने सिर्फ 3 बंदरगाहों की माल ढुलाई में गिरावट आई. कोलकाता के श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट की माल ढुलाई सबसे ज्यादा 15.70 फीसदी नीचे आई. आईपीए के आंकड़ों के अनुसार, उसके बाद 10.55 फीसदी की गिरावट मोरमुगांव पोर्ट और 3.58 फीसदी की गिरावट कामराजार पोर्ट की माल ढुलाई में आई.


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