यूरोप से आ रही कॉफी की डिमांड से भारत को फायदा, पहली बार एक्सपोर्ट का आंकड़ा एक अरब डॉलर के पार
India Coffee Export: कॉफी एक्सपोर्ट के मामले में भारत ने एक नया रिकॉर्ड कायम किया है. महज अप्रैल से नवंबर के बीच इसने 1146.9 मिलियन डॉलर के आंकड़े को पार कर लिया है.
Coffee Export From India: भारत से आमतौर पर दुनिया के तमाम देशों में चाय का निर्यात किया जाता है, लेकिन अब कॉफी निर्यात के मामले में भी देश ने एक नया रिकॉर्ड कायम किया है. चालू वित्त वर्ष (2024-25) के नवंबर महीने तक कॉफी के कुल निर्यात ने पहली बार एक अरब डॉलर के आंकड़े को पार कर लिया है. सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) के डेटा में इसका खुलासा हुआ है कि अप्रैल से नवंबर के बीच कॉफी का निर्यात 1146.9 मिलियन डॉलर तक पहुंच गया, जो पिछले साल के मुकाबले 29 फीसदी तक की बढ़ोतरी को दर्शाता है.
रोबस्टा कॉफी की डिमांड सबसे ज्यादा
यूरोप से रोबस्टा कॉफी की डिमांड ज्यादा होने की वजह से इसकी कीमत में उछाल देखने को मिला. दरअसल, यूरोपीय संघ ने वन विनाश विनियमन (ईयूडीआर) के तहत एक नया कानून कानून लेकर आया है. इसके तहत जंगलों को नुकसान पहुंचाकर जिन सामानों का उत्पादन किया जाता है जैसे कि कॉफी, कोकोआ, रबड़, पाम ऑयल उन्हें अब यूरोप में नहीं बेचा जा सकेगा क्योंकि इन चीजों के उत्पादन के लिए या इनकी खेती के लिए बड़े पैमाने पर जंगलों की कटाई की जाती है.
इस नए नियम के लागू हो जाने से कारोबारियों को उत्पादन से पहले यह सबूत देना होगा कि वे जंगलों को नुकसान नहीं पहुंचा रहे हैं. यूरोपीय काउंसिल के इस नए नियम का मकसद जंगलों की कटाई को रोकना है. ऐसे में इस नए नियम से पहले ही यूरोप से कॉफी के खरीदार अपना स्टॉक बढ़ा रहे हैं इसलिए भारतीय एक्सपोर्टस से कॉफी की डिमांड बढ़ गई है.
कॉफी एक्सपोर्ट में फल-फूल रहा भारत
दुनियाभर में जितनी मात्रा में कॉफी का उत्पादन किया जाता है उसमें से 40 फीसदी से अधिक रोबस्टा बीन्स की कॉफी है. अकेले इस साल इसकी कीमतों में 63 फीसदी तक का जबरदस्त उछाल देखने को मिला क्योंकि वियतनाम और ब्राजील जैसे देशों से इनकी सप्लाई में कमी आई है. जबकि कॉफी एक्सपोर्ट के मामले में भारत फल-फूल रहा है. भारत से यूरोपीय यूनियन, बेल्जियम, जर्मनी और ईटली में कॉफी अधिक मात्रा में एक्सपोर्ट किया जा रहा है.
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