Indian Economic Growth: भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) के अध्यक्ष टीवी नरेंद्रन ने कहा कि चालू वित्त वर्ष 2022-23 में भारतीय अर्थव्यवस्था 7.5 से 8 प्रतिशत की दर से बढ़ सकती है और इसमें निर्यात की प्रमुख भूमिका होगी. उन्होंने कहा कि रूस-यूक्रेन के बीच जारी सैन्य संघर्ष के प्रभाव और कोविड-19 महामारी की किसी नई लहर की आशंका को देखते हुए देश को तैयार रहने की जरुरत है.


अर्थव्यवस्था में दिखेगी अच्छी ग्रोथ
नरेंद्रन ने पीटीआई-भाषा के साथ साक्षात्कार में कहा, ‘‘हमें विश्वास है कि इस साल अर्थव्यवस्था में अच्छी ग्रोथ देखने को मिलेगी इसलिए हम निर्यात के मोर्चे पर बहुत आशान्वित हैं. भारत की सफलता की कहानी में निर्यात की प्रमुख भूमिका होगी.’’


कोरोना का दिखा असर
उन्होंने कहा कि ग्लोबल लेवल पर कोरोना संक्रमण के नए मामलों में वृद्धि का वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला पर भी प्रभाव होगा और सीआईआई के अर्थव्यवस्था में वृद्धि के अनुमान में इन पहलुओं को भी शामिल किया गया है.


नई लहर का भारत पर भी पड़ा असर
उन्होंने कहा, ‘‘यह देखा गया है कि जब भी वैश्विक स्तर पर महामारी की कोई नई लहर आई है, इसका असर भारत पर भी पड़ा है. इसलिए भविष्य में कोरोना संक्रमण की किसी भी लहर से बचने के लिए तैयार रहना होगा.’’


जानें क्या बोले CII के अध्यक्ष
सीआईआई अध्यक्ष ने कहा, ‘‘चालू वित्त वर्ष के लिए वृद्धि दर का अनुमान 7.5 से 8 प्रतिशत के दायरे में बना हुआ है. अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) ने भारत के लिए अपने वृद्धि दर के अनुमान को 8.2 फीसदी पर रखा है. वहीं, वर्ष के लिए औसत मुद्रास्फीति भारतीय रिज़र्व बैंक की लक्ष्य सीमा के भीतर रहने की उम्मीद है.’’


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