भारत में पेट्रोल के बाद अब डीजल में भी इथेनॉल मिलाने की योजना बनाई जा रही है. सरकार इसके लिए एक नई योजना का मूल्यांकन कर रही है, जिसके अमल में आने के बाद पेट्रोल की तरह डीजल में भी इथेनॉल मिलाना संभव हो सकेगा. खबरों में ऐसा दावा किया जा रहा है.


दो साल में हासिल हो जाएगा पेट्रोल वाला लक्ष्य


टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, पेट्रोल में 20 फीसदी इथेनॉल मिलाने के लक्ष्य को पाने के नजदीक पहुंचने के बाद सरकार डीजल में भी इथेनॉल को मिलाना चाह रही है. सरकार ने पेट्रोल में 20 फीसदी इथेनॉल ब्लेंड करने का जो टारगेट सेट किया है, उसे अगले 2 साल में अचीव कर लेने की उम्मीद है.


इस प्रस्ताव का चल रहा मूल्यांकन


रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सरकार को डीजल में इथेनॉल ब्लेंड करने के संबंध में एक प्रस्ताव मिला है. यह प्रस्ताव पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री कार्यालय में सरकार को दिया गया. उस दौरान प्रधानमंत्री कार्यालय में सभी संबंधित मंत्रालयों की उपस्थिति रही. यह प्रस्ताव डीजल में 5 फीसदी इथेनॉल मिलाने का है. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में सरकारी अधिकारियों के हवाले से बताया गया है कि अभी प्रस्ताव का मूल्यांकन किया जाएगा, उसके बाद सरकार फैसला करेगी.


पेट्रोल में 15 फीसदी से ज्यादा हुई मात्रा


सरकार को यह प्रस्ताव ऐसे समय मिला है, जब पेट्रोल में इथेनॉल ब्लेंडिंग का अनुपात पहली बार मई महीने में 15 फीसदी के पार निकल गया. सरकार दो कारणों से डीजल और पेट्रोल जैसे ईंधनों में इथेनॉल की मात्रा बढ़ाने का प्रयास कर रही है. इससे एक ओर पर्यावरण को प्रदूषण के चलते होने वाले नुकसान में कमी लाने में मदद मिलती है. दूसरी ओर डीजल और पेट्रोल की खपत कम होने से कच्चे तेल के आयात पर देश की निर्भरता भी कम होती है.


इथेनॉल का लगातार बढ़ रहा है उत्पादन


सरकार ने इसी कारण इथेनॉल ब्लेंडिंग प्रोग्राम तैयार किया है, जिसके तहत इथेनॉल के उत्पादन को देश भर में प्रोत्साहित किया जा रहा है. हालिया समय में सरकार से प्रोत्साहन पाकर उत्पादकों ने देश में इथेनॉल का उत्पादन बढ़ाया है, जिससे सरकार को पेट्रोल में इथेनॉल की मात्रा बढ़ाकर 15 फीसदी से ज्यादा करने में मदद मिली है. अब डीजल में 5 फीसदी इथेनॉल मिलाने की नीति से इथेनॉल की खपत में और तेजी आने वाली है.


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