Manufacturing PMI: फरवरी में मैन्यूफैक्चरिंग पीएमआई में मामूली गिरावट, 4 महीनों में सबसे धीमी हुईं विनिर्माण गतिविधियां
Manufacturing PMI: बीते महीने यानी फरवरी 2023 में मैन्यूफैक्चरिंग पीएमआई में मामूली गिरावट देखी गई है और ये 55.3 पर आ गई है.
Manufacturing PMI: भारत की मैन्यूफैक्चरिंग पीएमआई का आंकड़ा आ गया है और इसमें मामूली गिरावट देखी गई है. महीने दर महीने आधार पर देखें तो फरवरी 2023 में मैन्यूफैक्चरिंग पीएमआई में मामूली गिरावट देखी गई है और ये 55.3 पर आ गई है. इससे पिछले महीने यानी जनवरी में मैन्यूफैक्चरिंग पीएमआई 55.4 पर रही थी.
एसएंडपी ग्लोबल के सर्वे में क्या है
एसएंडपी ग्लोबल (S&P Global) के एक हालिया सर्वे के अनुसार, विनिर्माण क्षेत्र के पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स यानी पीएमआई (PMI) ने 2023 के दूसरे महीने में धीमी और सुस्त चाल दिखाई है. एसएंडपी ग्लोबल मार्केट इंटेलीजेंस ने कहा कि भारत की मैन्यूफैक्चरिंग ग्रोथ पिछले महीने के अनुसार ही देखी जा रही है और इसमें मामूली बदलाव देखा जा रहा है. कमोबेश जनवरी के मुताबिक ही फरवरी में भी जॉब क्रिएशन के फील्ड में धीमी रफ्तार देखी जा रही है. कंपनियों के पास अपनी वर्किंग्स को करने के लिए पर्याप्त स्टाफ है.
क्या है जानकार की राय
एसएंडपी ग्लोबल मार्केट इंटेलीजेंस की इकोनॉमिक्स एसोसिएट डाइरेक्टर पॉलिएना डी लीमा (Pollyanna De Lima) ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बिक्री में धीमी ग्रोथ रही जो पिछले एक साल के सबसे कमजोर आंकड़े के रूप में देखी जा रही है. ये इस बात का भी संकेत है कि देश में घरेलू मांग को लेकर ज्यादा उत्साह नहीं देखा जा रहा है और ज्यादातर डिमांड इंटरनेशनल ऑर्डर्स से आ रही है.
क्या है मैन्यूफैक्चरिंग पीएमआई?
मैन्यूफैक्चरिंग पीएमआई की संख्या अगर 50 से नीचे रहती है तो इसका मतलब होता है कि अर्थव्यवस्था कमजोर हो रही है. वहीं, 50 से ज्यादा आने का मतलब है कि देश की अर्थव्यवस्था में मजबूती है.
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