Foreign Exchange Reserves Data: विदेशी मुद्रा भंडार में इस हफ्ते जोरदार उछाल देखने को मिला है. भारतीय रिजर्व बैंक के डेटा के मुताबिक फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व 4.54 बिलियन डॉलर के उछाल के साथ 674.66 बिलियन डॉलर पर जा पहुंचा है जो ऑलटाइम हाई से मामूली कम है. एफपीआई इंवेस्टमेंट बढ़ने के चलते विदेशी मुद्रा भंडार में ये तेजी आई है.

  


भारतीय रिजर्व बैंक ने 16 अगस्त 2024 को खत्म हुए सप्ताह तक के लिए विदेशी मुद्रा भंडार का आंकड़ा जारी किया है. डेटा के मुताबिक इस हफ्ते में एक बार फिर विदेशी मुद्रा भंडार में इजाफा देखने को मिला है और 4.54 बिलियन डॉलर के इजाफे के साथ 474.66 बिलियन डॉलर पर आ गया है. इसके पहले हफ्ते में 670.119 बिलियन डॉलर रिजर्व रहा था. 


आरबीआई के डेटा के मुताबिक फॉरेन करेंसी एसेट्स में 3.609 बिलियन डॉलर की बढ़ोतरी आई है और ये 591.56 बिलियन डॉलर रहा है. आरबीआई के गोल्ड रिजर्व में भी शानदार बढ़ोतरी देखने को मिली है और ये 865 मिलियन डॉलर के उछाल के साथ 60.10 बिलियन डॉलर पर आ गया है.  एसडीआर 60 मिलियन डॉलर की बढ़ोतरी के साथ 18.34 बिलियन डॉलर और इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड में मौजूद रिजर्व 12 मिलियन डॉलर बढ़कर 4.65 बिलियन डॉलर रहा है. 


विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़ोतरी की वजहों को देखें तो एफपीआई में इस अवधि में तेजी देखने को मिली है. इसका असर भारतीय शेयर बाजार भी नजर आया है जिसमें पिछले कुछ कारोबारी सत्र में शानदार तेजी देखने को मिली है. करेंसी मार्केट में एक डॉलर के मुकाबले रुपया 6 पैसे की मजबूती के साथ 83.90 के लेवल पर क्लोज हुआ है. 


2024 में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 55 बिलियन डॉलर का उछाल देखने को मिला है. गुरुवार को वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग ने जुलाई महीने के जो मंथली इकोनॉमिक रिव्यू जारी किया है उसके मुताबिक 10.8 बिलियन डॉलर का एफपीआई इंफ्लो जून और जुलाई 2024 में देखने को मिला है. 2 अगस्त को भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 675 बिलियन डॉलर के ऑलटाइम हाई पर जा पहुंचा था. 


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