विदेशी मुद्रा भंडार 675 बिलियन डॉलर के ऑलटाइम हाई पर, एक हफ्ते में 8 अरब डॉलर का आया उछाल
RBI MPC Meeting: आरबीआई गवर्नर ने बताया कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने घरेलू बाजार में जून से लेकर 6 अगस्त के बीच 9.7 बिलियन डॉलर की खरीदारी की है
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Foreign Exchange Reserves: देश का विदेशी मुद्रा भंडार ऑलटाइम हाई पर जा पहुंचा है. 2 अगस्त 2024 को खत्म हुए सप्ताह में फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व पहली बार 675 बिलियन डॉलर के ऐतिहासिक हाई पर जा पहुंचा है. इसके पहले हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 667.38 बिलियन डॉलर रहा था.
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने 50वीं मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक के बाद विदेशी मुद्रा भंडार के ऑलटाइम हाई पर जाने की जानकारी दी. आरबीआई गवर्नर ने कहा, भारत का फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व 2 अगस्त 2024 को 675 बिलियन डॉलर के ऐतिहासिक हाई पर जा पहुंचा है. यानि 26 जुलाई और 2 अगस्त के बीच विदेशी मुद्रा भंडार में करीब 8 बिलियन डॉलर का इजाफा देखने को मिला है. 26 जुलाई, 2024 को खत्म हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 667.38 बिलियन डॉलर रहा था.
आरबीआई गवर्नर ने कहा, कुल मिलाकर भारत का एक्सटर्नल सेक्टर गतिशील बना हुआ है क्योंकि मुख्य इंडीकेटर्स में लगातार सुधार देखने को मिल रहा है. उन्होंने कहा, हमे पूरा विश्वास है कि हम अपने एक्सटर्नल फाइनेंसिंग जरूरतों को बेहद आराम के साथ पूरा कर सकेंगे.
आरबीआई गवर्नर ने बताया कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने घरेलू बाजार में जून 2024 के बाद से जून से लेकर 6 अगस्त के बीच 9.7 बिलियन डॉलर की खऱीदारी की है जबकि अप्रैल और मई के दौरान 4.2 बिलियन डॉलर का आउटफ्लो देखने को मिला था. उन्होंने बताया कि 2024-25 के दौरान प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में भी तेजी आई है और अप्रैल-मई 20254 के दौरान ग्रॉस एफडीआई में 20 फीसदी का उछाल आया है जबकि नेट एफडीआई पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले दोगुना बढ़ा है.
इससे पहले आरबीआई की तीन दिनों तक चली 50वीं मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक के बाद गवर्नर शक्तिकांत दास ने लिए गए निर्णयों की जानकारी देते हुए बताया कि रेपो रेट को 6.50 फीसदी पर बरकरार रखा गया है. छह सदस्यीय एमपीसी में 4 सदस्यों ने रेपो रेट को मौजूदा लेवल पर रखने के लिए वोट किया जबकि दो सदस्य रेपो रेट में कटौती किए जाने के पक्ष में थे.
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