India's Foreign Trade: भारत का विदेशी व्यापार इस वित्तीय वर्ष में 1.6 ट्रिलियन डॉलर के स्तर को पार करने की उम्मीद है. ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (GTRI) ने कहा कि मार्च 2023 केा समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष के लिए 1.6 ट्रिलियन अमरीकी डाॅलर भारत के जीडीपी 3.4 ट्रिलियन अमरीकी डाॅलर का लगभग 48 प्रतिशत होगा. 


थिंक टैंक के आंकड़ों के मुताबिक, सेवाओं के एक्सपोर्ट में वृद्धि दर माल की तुलना में ज्यादा होगी. जीटीआरआई के सह-संथापक अजय श्रीवास्तव ने कहा कि माल के आउटबाउंड शिपमेंट की तुलान में सेवा निर्यात में उच्च वृद्धि दर भारत के निर्यात का प्रदर्शन अच्छा है. 


वस्तुओं और सेवाओं का कुल एक्सपोर्ट 755 अरब डाॅलर 


अप्रैल-मार्च 2023 के दौरान भारत से वस्तुओं और सेवाओं का कुल एक्सपोर्ट 755 अरब अमेरिकी डाॅलर तक पहुंचने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष की इस अवधि की तुलना में 11.6 प्रतिशत की पाॅजिटिव बढ़ोतरी को दिखाता है. रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि भारत का व्यापारिक निर्यात करीब 5 फीसदी बढ़कर 442 अरब डाॅलर पहुंचने का अनुमान है. 


पिछले साल की तुलना में कितनी बढ़ोतरी की उम्मीद 


इसी तरह सेवाओं को निर्यात 22.6 फीसदी बढ़कर 311.9 अरब अमेरिकी डाॅलर होने की उम्मीद है. आगे कहा गया है कि विदेशी व्यापार- वस्तुओं और सेवाओं का 1.6 ट्रिलियन अमेरिकी डाॅलर के पार जाने की उम्मीद है, जो देश के कुल जीडीपी का 48 फीसदी है. ये अनुमान वित्त वर्ष मार्च 2023 तक का है. बता दें कि वित्त वर्ष 2021-22 के लिए कुल ट्रेड 1.43 ट्रिलियन अमेरिकी डाॅलर रहा है.


इन सेक्टरों में बढ़ोतरी की उम्मीद 


जिन प्रमुख सेक्टरों में विकास की उम्मीद है, उनमें इंफ्रास्ट्रक्चर और कृषि उत्पाद मछली, मांस, डेयरी आदि शामिल हैं. इसके अलावा पेट्रोलियम आइटम, रसायन, हीरे, मशीनरी और ऑटोमोबाइल सेक्टर में इजाफा हो सकता है. शीर्ष निर्यात स्थलों की बात करें तो यूएस, यूएई, नीदरलैंड, चीन, बांग्लादेश, सिंगापुर, यूके और जर्मनी शामिल हैं. बता दें कि 15 अप्रैल 2023 को वित्त मंत्रालय की ओर से डाटा जारी किया जाएगा. 


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