India Inc Profit: महंगाई से आम लोग ही नहीं कॉरपोरेट जगत भी परेशान, कम हो गया मुनाफा
ICRA Report: साल 2022 को महंगाई की उच्च दर के लिए भी याद किया जाएगा. साल के पहले 10 महीने के दौरान खुदरा महंगाई दर 6 फीसदी से ज्यादा रही.
पिछले साल से पूरी दुनिया महंगाई की उच्च दरों (High Inflation) से परेशान है. महंगाई का असर सिर्फ आम लोगों पर ही नहीं हो रहा है, बल्कि भारतीय कॉरपोरेट जगत (India Inc) भी इससे प्रभावित हो रहा है. घरेलू रेटिंग एजेंसी इक्रा (ICRA) की एक रिपोर्ट के अनुसार, ऊंची महंगाई के चलते इंडिया इंक का मुनाफा कम हुआ है.
सालाना आधार पर इतनी गिरावट
इक्रा की रिपोर्ट के अनुसार, दिसंबर तिमाही के दौरान इंडिया इंक का ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन (Operating Profit Margin) 2.37 फीसदी कम होकर 16.3 फीसदी पर आ गया. सालाना आधार पर आई इस कमी का कारण महंगाई और ईंधन व बिजली की बढ़ी लागतें रहीं. हालांकि तिमाही दर तिमाही आधार पर स्थिति में कुछ सुधार हुआ है.
सितंबर तिमाही की तुलना में सुधार
इक्रा के अनुसार, ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन सितंबर तिमाही की तुलना में 1.80 फीसदी बढ़ा है. इक्रा का कहना है विभिन्न कंपनियों ने साल के अंत में कीमतों में बढ़ोतरी की. इसके अलावा साल के अंतिम महीनों में महंगाई की दर भी अपेक्षाकृत कुछ कम हुई. सितंबर तिमाही की तुलना में दिसंबर तिमाही में आए सुधार की यही वजहें हैं.
आगे होगा इनका असर
रेटिंग एजेंसी ने कहा कि आने वाले समय में कम अवधि के हिसाब से कीमतों में बढ़ोतरी और इनपुट कॉस्ट में क्रमिक कमी से प्रॉफिट बढ़ाने में मदद मिल सकती है. हालांकि भू-राजनीतिक तनाव, आर्थिक मंदी के खतरे, विदेशी मुद्रा विनिमय दरों में उथल-पुथल आदि के चलते लंबी अवधि में जोखिम बने रहेंगे.
इंक्रा की सेक्टर हेड श्रुति थॉमस (Sruti Thomas) ने कहा, इंडिया इंक के मुनाफा कमाने की क्षमता पर कई चुनौतियों का असर होगा. इनमें एनर्जी कॉस्ट की मुद्रास्फीति, विकसित देशों में मंदी के बढ़ते खतरे और आयात व निर्यात केंद्रित सेक्टर्स दोनों पर विदेशी मुद्रा की विनिमय दरों के उतार-चढ़ाव का असर आदि शामिल हैं.
महंगाई ने ऐसे किया परेशान
आपको बता दें कि साल भर से ज्यादा समय से देश में महंगाई की दरें परेशान कर रही हैं. पिछले साल तो शुरुआत के 10 महीनों के दौरान महंगाई दर 6 फीसदी से ज्यादा रही. बाद में दो महीने यानी नवंबर और दिसंबर के दौरानइसमें कुछ नरमी आई, लेकिन जनवरी 2023 में महंगाई दर एक बार फिर से रिजर्व बैंक के दायरे से बाहर निकल गई. इसे काबू करने के लिए रिजर्व बैंक ने पिछले साल मई के बाद से अब तक कई चरणों में रेपो रेट को बढ़ाया है, लेकिन अब तक महंगाई को काबू नहीं किया जा सका है.