India-UAE Gold Trade: भारत यूएई से जल्द ही 140 करोड़ टन सोने का आयात रियायत शुल्क पर आयात कर सकता है. ये आयात द्विपक्षीय व्यापार समझौते के तहत की जाएगी. भारत 14 करोड़ टन सोने के आयात के लिए कोटा प्रणाली के माध्यम से एक नया विंडो खोलेगा, जिसे व्यापार की भाषा में टैरिफ दर कोटा (TRQ) कहा जाता है और इसके तहत आयात की अनुमति दी जाएगी. 


विदेश व्यापार महानिदेशक संतोष सारंगी ने गुरुवार को बताया कि भारत-यूएई व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) के रूप में संशोधित सरल पात्रता मानदंडों और भारतीय आयातकों के लिए कम अनुपालन बोझ के अनुसार पुराने और नए आवेदकों को सोना टीआरक्यू आवंटित किया जाएगा. डीजीएफटी के मुताबिक, वर्तमान अप्लाई प्रोसेस आवेदकों के एक ग्रुप या वर्ग को फिजिकल रूप से लाभ देने वाली नहीं है. 


कोई राजस्व हानि नहीं


दूसरी ओर अधिकारियों ने कहा कि निर्माताओं और ज्वैलर्स को इस विंडो का उपयोग करने की अनुमति दी जाएगी. उन्होंने कहा कि इसके पात्रता मानदंडों में बदलाव के बाद कोटा प्रणाली के तहत आयात के कारण कोई राजस्व हानि नहीं होगी. 


सिर्फ 1 फीसदी रियायत के साथ हो सकता है इम्पोर्ट 


सीईपीए के मुताबिक, भारत 2023-24 में संयुक्त अरब अमीरात से प्रभावी सीमा शुल्क या मोस्ट फेवर्ड नेशन रेट के खिलाफ 1 फीसदी शुल्क रियायत के साथ 14 करोड़ टन आयात कर सकता है, जो 15 फीसदी है.


पिछले साल 110 मीट्रिक टन सोने के आयात की मिली थी अनुमति 


बता दें कि पिछले साल रियायती दर पर 110 मीट्रिक टन सोने के आयात की अनुमति दी गई थी. इसमें से केवल 81 लाख टन का आयात किया गया था. ईटी के मुताबिक, यूएई ने केवल आभूषण निर्माताओं को सोने की टीआरक्यू के आवंटन जैसे प्रतिबंधात्मक मानदंडों को हटाने और सभी आयातकों को कोटा का लाभ उठाने के लिए पात्र होने की अनुमति देने का अनुरोध किया था. सरकार अब गोल्ड टीआरक्यू के लिए नए आवेदन आमंत्रित करने के लिए एक नई विंडो सिस्टम जारी करेगी जो उन सभी के लिए खुली होगी, जिनके पास आयातक निर्यातक कोड है.


ये भी पढ़ें


Layoffs 2023: अब इस कंपनी ने कर ली दूसरे दौर के छंटनी की तैयारी, निकाले जाएंगे 1,800 कर्मचारी