मार्च 2024 में मर्केंडाइज और सर्विसेज के एक्सपोर्ट इंपोर्ट में गिरावट, व्यापार घाटा 11 महीने के निचले स्तर पर
Trade Data: डेटा के मुताबिक मर्केंडाइज और सर्विसेज को मिलाकर वित्त वर्ष 2023-24 में भारत का कुल एक्सपोर्ट्स 776.68 बिलियन डॉलर रहा है जो कि 2022-23 के मुकाबले 0.04 फीसदी ज्यादा है.
India Trade Data: मार्च 2024 में भारत के व्यापार घाटे में कमी देखने को मिली है. मर्केंडाइज इंपोर्ट्स में गिरावट के चलते मार्च महीने में व्यापार घाटा घटकर 15.6 बिलियन डॉलर रहा है जो कि फरवरी 2024 में 18.71 बिलियन डॉलर रहा था. मार्च 2023 में ट्रेड डिफसिट 18.96 बिलियन डॉलर रहा था.
वाणिज्य मंत्रालय ने मार्च महीने के लिए ट्रेड डेटा जारी किया है. डेटा के मुताबिक मार्च 2024 में मर्केंडाइज एक्सपोर्ट जहां 41.68 बिलियन डॉलर रहा है जबकि इंपोर्ट 57.28 बिलियन डॉलर रहा है. मर्केंडाइज इंपोर्ट और एक्सपोर्ट दोनों ही में मार्च 2024 के मुकाबले कमी देखने को मिली है. सर्विसेज का एक्सपोर्ट और इंपोर्ट भी एक साल पहले के मुकाबले मार्च 2024 में घटा है. सर्विसेज एक्सपोर्ट 28.54 बिलियन डॉलर का रहा है जबकि इंपोर्ट 15.84 बिलियन डॉलर का रहा है. एक साल पहले मार्च 2023 में सर्विसेज एक्सपोर्ट 30.44 बिलियन डॉलर रहा था जबकि इंपोर्ट 16.96 बिलियन डॉलर रहा था.
वाणिज्य मंत्रालय के डेटा के मुताबिक मर्केंडाइज और सर्विसेज को मिलाकर भारत का कुल एक्सपोर्ट्स मार्च 2024 में 70.21 बिलियन डॉलर रहा है जो कि मार्च 2023 के 72.40 बिलियन डॉलर के मुकाबले 3.01 फीसदी कम है. इंपोर्ट 6.11 फीसदी की कमी के साथ 73.12 बिलियन डॉलर का हुआ है जो कि मार्च 2023 में 77.88 बिलियन डॉलर का हुआ था.
डेटा के मुताबिक मर्केंडाइज और सर्विसेज को मिलाकर वित्त वर्ष 2023-24 में भारत का कुल एक्सपोर्ट्स 776.68 बिलियन डॉलर रहा है जो कि 2022-23 के मुकाबले 0.04 फीसदी ज्यादा है. 2022-23 में कुल एक्सपोर्ट्स 776.40 बिलियन डॉलर का देखने को मिला था. 2023-24 में इंपोर्ट्स में 4.81 फीसदी घटकर 854.80 बिलियन डॉलर का रहा है जो कि 2022-23 में 898.01 बिलियन डॉलर का देखने को मिला था.
वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने इस डेटा पर कहा कि, बीते वित्त वर्ष ना केवल रूस - यूक्रेन के चलते बल्कि दूसरे तनावों के चलते भी बेहद कठिन रहा है. वैश्विक मंदी के ट्रेंड के साथ लाल सागर तनाव जैसे मुद्दों का सामना करना पड़ा है. उन्होंने कहा इसके बावजूद भारत ने सभी संकटों को मात देने में कामयाब साबित हुआ है.
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