(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
India-Nepal Deal: भारत ने नेपाल के लिए खोले अपने बाजार, आ रहा ये सामान
नेपाल में आज 50 से अधिक सीमेंट कंपनियां व्यापार कर रही हैं. इसमें पल्पा सीमेंट सहित 15 सीमेंट और क्लिंकर दोनों का उत्पादन क्षमता 22 मिलियन टन है.
Nepal Cement Export to India: भारत को पहली बार पड़ोसी देश नेपाल ने सीमेंट का एक्सपोर्ट शुरू किया है. नेपाल से सीमेंट की पहली खेप उत्तर प्रदेश-नेपाल सीमा से लगे एक चेक पोस्ट से भारत पहुंच रही है. आपको बात दें कि नेपाल के नवलपरासी जिले में पल्पा सीमेंट इंडस्ट्रीज (Pulpa Cement Industries) ने सुनौली बॉर्डर से 3,000 सीमेंट की बोरियों की पहली खेप भारत भेजी है. सरकार ने नेपाली कच्चे माल के इस्तेमाल कर सीमेंट निर्यात करने वाली कंपनियों को 8% नकद सब्सिडी देने की घोषणा की थी. इसके बाद से नेपाल के पल्पा सीमेंट इंडस्ट्रीज ने भारत को बिल्डिंग मैटेरियल के निर्यात करना शुरू कर दिया.
क्षमता 22 मिलियन टन
नेपाल में आज 50 से अधिक सीमेंट कंपनियां व्यापार कर रही हैं. इसमें पल्पा सीमेंट इंडस्ट्रीज लिमिटेड सहित 15 सीमेंट और क्लिंकर दोनों का उत्पादन करते हैं. कंपनियों की कुल सीमेंट उत्पादन क्षमता 22 मिलियन टन है.
जारी रहेगा निर्यात
पल्पा सीमेंट के अधिकारी का कहना है कि कंपनी ने भारत को लगभग 3,000 बोरी सीमेंट का निर्यात कर दिया है. अब दैनिक आधार पर मांग के अनुसार निर्यात करेंगे. उद्योगपतियों ने भारत-नेपाल के बीच व्यापारिक डेवलेपमेंट का स्वागत किया है. नेपाल अब बिल्डिंग मैटेरियल में आत्मनिर्भर बन गया है.
कम होगा घाटा
सीमेंट निर्यात भारत के साथ नेपाल के व्यापार घाटे को 15% तक कम कर सकता है. भारतीय बाजार में ओपीसी की तुलना में पीपीसी सीमेंट की मांग अधिक थी. पल्पा सीमेंट इंडस्ट्रीज रोजाना 1,800 टन सीमेंट और 800 टन क्लिंकर का उत्पादन कर रही है, जबकि इसकी 3,000 टन सीमेंट उत्पादन की क्षमता है.
सीमेंट उद्योग परेशान
पड़ोसी देश नेपाल में 150 अरब नेपाली मुद्रा के सीमेंट एक्सपोर्ट करने की क्षमता है. नेपाल का सीमेंट उद्योग अपनी विशाल क्षमता के बावजूद बाजार की समस्याओं से जूझ रहा है. इस उद्योग के पास नेपाल में सीमेंट की खपत के लिए बड़ा बाजार नहीं हैं.