नई दिल्लीः 3 लाख से ज्यादा डाकिये अब केवल डाक नहीं लाएंगे, बल्कि बैंक भी आपके दरवाजे तक लाएंगे. सरकार ने इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक की औपचारिक शुरुआत कर दी है. सितम्बर तक देश के सभी 650 जिलों में इसकी शाखाएं खोलने का लक्ष्य है.


डाकघर अब बैंकिंग के कारोबार में निजी क्षेत्रों के साथ दो-दो हाथ आजमाएंगे. और ये मुमकिन होगा इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक की बदौलत. करीब 800 करोड़ रुपये के निवेश के साथ शुरु इस प्रोजेक्ट की पहली दो शाखा की शुरुआत रायपुर और रांची में की गयी और उसी के साथ छह और शाखाओं ने भी काम करना शुरु कर दिया. एय़रटेल औऱ पेटीएम के बाद ये तीसरा पेमेंट बैंक है जिसे लाइसेंस दिया गया है. पेमेंट बैंक तकनीक आधारित बैंकिंग व्यवस्था है जिसमें सामान्य खाते में ज्यादा से ज्यादा एक लाख रुपये जमा कराया जा सकता है. लेकिन ये बैंक कर्ज नहीं दे सकते.


संचार मंत्री मनोज सिन्हा ने कहा कि ये दरवाजे तक बैंक लाने की बात को पूरी करेगा. तीन लाख से भी ज्यादा डाकिए हैंड हेल्ड मशीन के जरिए बैंकिंग सुविधा मुहैया कराएंगे.




  • इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के तहत
    ·सितम्बर तक सभी 650 जिलों में एक-एक शाखा खोले जाएंगे. हर शाखा से जिले के डाकघर जोड़े जाएंगे. मतलब ये है कि 1.55 लाख डाकघर बैंकिंग एजेंट के तौर पर काम करने लगेंगे.

  • ·बचत खाते पर 4.5 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा जबकि आम तौर पर बैंकों की बचत खाते पर चार फीसदी की दर से ब्याज मिलता है. हालांकि एयरटेल पेमेंट बैंक ने 7.25 फीसदी की दर से बचत खाते पर ब्याज देने का ऐलान किया है.

  • ·बचत खाते के साथ एक डेबिट कार्ड मिलेगा जिसके जरिए एटीएम से पैसा निकालने के साथ-साथ खरीदारी और दूसरे लेन-देन किए जा सकेंगे.

  • ·डाक घरों के एक हजार के करीब एटीएम भी जल्द ही आ जाएंगे.

  • ·शुरुआती तौर पर एक लाख खाता खोलने का लक्ष्य रखा गया है.


वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि पेमेंट बैंक में कोई ईंट सीमेंट का भवन होना जरुरी नहीं. इस तरह की बैंकिंग व्यवस्था में खर्चा काफी कम आता है. रिजर्व बैंक ने डाक घर समेत 11 संस्थाओं को सैद्धांतिक तौर पर पेमेंट बैंक शुरु करने की अनुमति दी है. इसमे से एयरटेल ने अपनी सेवा शुरु कर दी है जबकि पेटीएम अगले महीने इसकी शुरुआत करने वाला है.