इकोनॉमी को इस साल 18.44 लाख करोड़ रुपये का नुकसान संभव, GDP -11.8 फीसदी होगी-इंडिया रेटिंग्स का अनुमान
अगले वित्त वर्ष यानी 2021-22 में भारतीय अर्थव्यवस्था 9.9 फीसदी की बढ़त दर्ज करेगी, हालांकि इसकी मुख्य वजह पिछले वित्त वर्ष का कमजोर बेस इफेक्ट होगा.
मुंबईः घरेलू रेटिंग एजेंसी इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था में 11.8 फीसदी की भारी गिरावट आएगी.सइंडिया रेटिंग्स ने मंगलवार को वित्त वर्ष 2020-21 के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में वृद्धि के अपने अनुमान को संशोधित कर -11.8 फीसदी कर दिया है. पहले उसने भारतीय अर्थव्यवस्था में 5.3 फीसदी की गिरावट का अनुमान लगाया था. इंडिया रेटिंग्स का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष में देश की अर्थव्यवस्था को 18.44 लाख करोड़ रुपये का नुकसान होगा.
2021-22 में आएगी बढ़त-इंडिया रेटिंग्स हालांकि, रेटिंग एजेंसी का अनुमान है कि अगले वित्त वर्ष यानी 2021-22 में भारतीय अर्थव्यवस्था 9.9 फीसदी की बढ़त दर्ज करेगी. हालांकि, इसकी मुख्य वजह पिछले वित्त वर्ष का कमजोर बेस इफेक्ट होगा. रेटिंग एजेंसी ने रिपोर्ट में कहा, ‘‘इंडिया रेटिंग्स का जीडीपी में 11.8 फीसदी की गिरावट का अनुमान देश के इतिहास में अर्थव्यवस्था का सबसे कमजोर आंकड़ा होगा. देश में जीडीपी के आंकड़े 1950-51 से उपलब्ध हैं.’’
रिपोर्ट में कहा गया है कि यह छठा मौका होगा जब देश की अर्थव्यवस्था में गिरावट आएगी. इससे पहले वित्त वर्ष 1957-58, 1965-66, 1966-67, 1972-73 और 1979-80 में अर्थव्यवस्था में गिरावट आई थी. इससे पहले अर्थव्यवस्था में सबसे बड़ी गिरावट वित्त वर्ष 1979-80 में दर्ज हुई थी. उस समय अर्थव्यवस्था 5.2 फीसदी नीचे आई थी.
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में आई 23.9 फीसदी की गिरावट एजेंसी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 23.9 फीसदी की गिरावट, तिमाही जीडीपी आंकड़ों की श्रृंखला में पहली गिरावट है. यह श्रृंखला वित्त वर्ष 1997-98 की पहली तिमाही से उपलब्ध है. रिपोर्ट में कहा गया है कि 2020-21 में खुदरा मुद्रास्फीति 5.1 फीसदी पर रहेगी. वहीं थोक मुद्रास्फीति शून्य से 1.7 फीसदी नीचे रहेगी.
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