India Remittance Report: ना यूपी-बिहार ना दक्षिण भारत का कोई राज्य, बीजेपी शासित इस राज्य में आ रहा सबसे ज्यादा विदेशी पैसा
India Remittance Report: मुस्लिम देशों की बात करें तो खाड़ी देशों संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, कतर, ओमान और बहरीन से भारत भेजे गए कुल 118.7 अरब डॉलर का 38 फीसदी पैसा आया है.

India Remittance Report: भारत में हर साल अरबों रुपये विदेशों से आते हैं. इसमें ज्यादातर पैसे, वो होते हैं जो विदेशों में रह रहे भारतीय प्रवासी अपने परिजनों को भेजते हैं. RBI की मार्च 2025 बुलेटिन रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि देश में 2023-24 में कितना विदेशी रेमिटेंस यानी विदेशों से भेजा गया पैसा भारत आया है. इसके अलावा इस रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि किस राज्य में सबसे ज्यादा विदेशों से विदेशी पैसा भेजा गया है.
विदेशों से कितना पैसा भारत भेजा गया?
RBI मार्च बुलेटिन 2025 की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2023-24 में भारत में 118.7 अरब डॉलर रेमिटेंस आया. इसमें सबसे ज्यादा पैसा अमेरिका से आया है, जो कुल रेमिटेंस का 27.7 फीसदी है. जबकि, मुस्लिम देशों की बात करें तो खाड़ी देशों संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, कतर, ओमान और बहरीन से भारत भेजे गए कुल 118.7 अरब डॉलर का 38 फीसदी पैसा आया है. भारतीय रुपयों में ये पैसा करीब 3,896.3 अरब होगा.
किस राज्य में सबसे ज्यादा पैसा आया
RBI की इसी रिपोर्ट में बताया गया है कि 2023-24 में विदेशों से सबसे ज्यादा पैसा बीजेपी शासित राज्य महाराष्ट्र में भेजा गया है. महाराष्ट्र में कुल रेमिटेंस का 20.5 फीसदी आया है. जबकि, इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर केरल है. केरल में 19.7 फीसदी पैसा आया है. इसके बाद तमिलनाडु, तेलंगाना, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश है. इन राज्यों में विदेशों से कुल रेमिटेंस का 10.4, 8.1, 7.7 और 4.4 फीसदी पैसा आया है. सबसे बड़ी बात कि महाराष्ट्र इस लिस्ट में साल 2020 से ही ऊपर बना हुआ है.
मुस्लिम देशों से सबसे ज्यादा पैसा कहां से आता है?
जब आप, खाड़ी देशों, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, कतर, ओमान और बहरीन की बात करते हैं, जहां से भारत में कुल रेमिटेंस का 38 फीसदी हिस्सा आता है, तो इस लिस्ट में सबसे ऊपर संयुक्त अरब अमीरात (UAE) है. यूएई में रहने वाले प्रवासी भारतीय, अन्य खाड़ी देशों में रहने वाले प्रवासियों के मुकाबले भारत ज्यादा पैसे भेजते हैं.
RBI की रिपोर्ट के अनुसार, 2020-21 में भारत में भेजे गए कुल रेमिटेंस में यूएई की हिस्सेदारी लगभग 18 फीसदी थी, जो 2023-24 में बढ़कर 19.2 फीसदी हो गई. दरअसल, UAE भारतीय प्रवासी श्रमिकों का सबसे बड़ा केंद्र है. इसके अलावा, यहां ज्यादातर प्रवासी निर्माण उद्योग, स्वास्थ्य सेवा, हॉस्पिटैलिटी और टूरिज्म सेक्टर में काम करते हैं. वहीं, UAE में भारतीय प्रवासियों को अन्य खाड़ी देशों के मुकाबले औसतन थोड़ा ज्यादा पैसा मिलता है.
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