IIP Data: फरवरी 2024 में देश में औद्योगिक उत्पादन में जोरदार उछाल देखने को मिला है. सालाना आधार पर औद्योगिक उत्पादन दर फरवरी महीने में 5.7 फीसदी के दर से बढ़ा है जो कि बीते चार महीनों में सबसे ज्यादा है. माइनिंग सेक्टर के बेहतर प्रदर्शन के चलते औद्योगित उत्पादन दर में ये उछाल देखने को मिला है.
सांख्यिकी मंत्रालय ने शुक्रवार 12 अप्रैल 2024 को औद्योगिक उत्पादन दर का आंकड़ा जारी किया है. डेटा के मुताबिक फरवरी 2024 में देश का औद्योगिक उत्पादन सूचकांक 5.7 फीसदी बढ़ा है. वित्त वर्ष 2023-24 में अप्रैल-फरवरी के दौरान आईआईपी 5.9 फीसदी बढ़ा है जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष में यह आंकड़ा 5.6 फीसदी रहा था. एनएसओ के डेटा का मुताबिक फरवरी 2024 में माइनिंग प्रोडक्शन 8 फीसदी बढ़ा है, जबकि एक साल पहले इसी महीने में यह 4.8 फीसदी रहा था.
मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र का उत्पादन 5 फीसदी बढ़ा है जो कि एक साल समान महीने में 5.9 प्रतिशत बढ़ा था. फरवरी 2024 में इलेक्ट्रिसिटी प्रोडक्शन 7.5 फीसदी बढ़ा है, जो एक साल पहले इसी महीने में 8.2 फीसदी के दर से बढ़ा था. पूंजीगत सामान का ग्रोथ रेट फरवरी 2024 में गिरकर 1.2 फीसदी रहा है जबकि एक साल पहले की इसी अवधि में यह 11 प्रतिशत रही थी. कंज्यूमर ड्यूरेबल्स आउटपुट 12.3 फीसदी के दर से बढ़ा है जबकि फरवरी 2023 में इसमें 4.1 फीसदी की गिरावट आई थी. नॉन-ड्यूरेबल्स कंज्यूमर आइट्स के आउटपुट में 3.8 फीसदी की गिरावट आई है जबकि एक साल पहले फरवरी 2023 में इसमें 12.5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई थी.
आंकड़ों के अनुसार, बुनियादी ढांचा/निर्माण वस्तुओं ने फरवरी 2024 में 8.5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है जबकि एक साल पहले इसी माह में इसमें नौ फीसदी की वृद्धि हुई थी. अर्थशास्त्री रजनी सिन्हा ने आईआईपी डेटा पर कहा, जैसी की उम्मीद थी फरवरी महीने में इंडस्ट्रियल आउटपुट 5.7 फीसदी के दर से बढ़ा है जो कि माइनिंग मैन्युफैक्चरिंग और इलेक्ट्रिसिटी सेक्टर्स के ग्रोथ में तेजी के चलते हुआ है. उन्होंने कहा कि ग्रामीण इलाकों में मांग में कुछ सुधार देखा जा रहा है. ऐसे में कंज्यूमर गुड्स सेगमेंट के प्रदर्शन में आने वाले दिनों में सुधार देखने को मिल सकता है. साथ ही घटती कीमतें और सामान्य मानसून उपभोग के लिए सकारात्मक साबित हो सकता है.
ये भी पढ़ें-
Vodafone Idea FPO: वोडाफोन आइडिया का आने वाला है FPO, कंपनी ने इतना तय किया प्राइस बैंड