India Forex Reserves: विदेशी मुद्रा कोष 1.09 अरब डॉलर घटकर 529.99 अरब डॉलर रहा, जानें कितना रहा सोने का भंडार
India Forex Reserves का विदेशी मुद्रा भंडार 4 नवंबर को समाप्त सप्ताह में 1.09 अरब डॉलर घटकर 529.99 अरब डॉलर रह गया है. इसका कारण स्वर्ण भंडार में भारी गिरावट आई है.
India Forex Reserves 2022: भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) की तरफ से शुक्रवार को देश के विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) के आंकड़े जारी किये गए है. आपको बता दे कि देश का विदेशी मुद्रा भंडार 4 नवंबर को समाप्त सप्ताह में 1.09 अरब डॉलर घटकर 529.99 अरब डॉलर रह गया है. इसका कारण स्वर्ण भंडार में भारी गिरावट आई है.
RBI ने जारी किये आंकड़े
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा शुक्रवार को जारी साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार, 4 नवंबर 2022 को समाप्त सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा आस्तियां (FCA) 12 करोड़ डॉलर घटकर 470.73 अरब डॉलर रह गई है. डॉलर में अभिव्यक्त किये जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियों में मुद्रा भंडार में रखे यूरो (Euro), पौंड (Pound) और जापानी येन (Japanese Yen) जैसे गैर डॉलर मुद्रा के मूल्य में आई कमी या बढ़त के प्रभावों को दर्शाया जाता है.
अक्टूबर में हुआ था इजाफा
आरबीआई के अनुसार, 28 अक्टूबर 2022 को खत्म हुए हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार में 6.561 अरब डॉलर का इजाफा देखने को मिला है और ये बढ़कर 531.081 अरब डॉलर पर जा पहुंचा है. इससे पहले हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 3.847 अरब डॉलर घटकर 524.52 अरब डॉलर तक जा गिरा था.
इस कारण आई गिरावट
पिछले सप्ताह विदेशी मुद्रा भंडार 6.56 अरब डॉलर बढ़कर 531.08 अरब डॉलर हो गया था जो साल के दौरान किसी एक सप्ताह में आई सबसे अधिक तेजी थी. एक साल पहले अक्टूबर, 2021 में देश का विदेश मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया था. देश के मुद्रा भंडार में गिरावट आने का मुख्य कारण यह है कि वैश्विक घटनाक्रमों की वजह से रुपये की गिरावट को थामने के लिए केन्द्रीय बैंक मुद्रा भंडार से मदद ले रहा है.
इतना रहा स्वर्ण भंडार
आंकड़ों के अनुसार, मूल्य के संदर्भ में देश का स्वर्ण भंडार 70.5 करोड़ डॉलर घटकर 37.057 अरब डॉलर रह गया. केंद्रीय बैंक ने कहा कि विशेष आहरण अधिकार (ADR) 23.5 करोड़ डॉलर घटकर 17.39 अरब डॉलर रह गया है. RBI आंकड़ों के अनुसार अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) में रखा देश का मुद्राभंडार भी 2.7 करोड़ डॉलर घटकर 4.82 अरब डॉलर रह गया है.
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