PMI Sector Growth in September 2022: सर्विस सेक्टर की गतिविधियां (India's services sector growth) की रफ्तार सितंबर में धीमी हो गई है और सर्विस सेक्टर पीएमआई में गिरावट दर्ज की गई है. हालांकि इसके लगातार 14वें महीने 50 के ऊपर बने रहने का आंकड़ा देखा गया है.
एसएंडपी ग्लोबल इंडिया सर्विस परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) सितंबर में घट गया है और 54.3 पर आया है. अगस्त में ये 57.2 PMI पर रहा था. सितंबर में कंपोजिट PMI इंडेक्स के डेटा में भी गिरावट देखी गई है. भारत का कंपोजिट पीएमआई सितंबर में 55.1 पर आया है जबकि अगस्त में ये 58.2 पर रहा था.
मैन्यूफैक्चरिंग पीएमआई में भी सितंबर
मैन्यूफैक्चरिंग पीएमआई में भी सितंबर में गिरावट देखी गई है और ये 55.1 पर आई है जबकि इससे पिछले महीने यानी अगस्त में ये 56.2 पर आई थी. कंपोजिट पीएमआई का जो आंकड़ा आया है वो मार्च के बाद सबसे ज्यादा निचला स्तर है.
ये हैं चिंताएं
सितंबर 2022 के दौरान इनपुट कॉस्ट अक्टूबर 2020 के बाद से सबसे धीमी बढ़ोतरी देखी गई और कई कंपनियों ने खरीद मूल्य में किसी तरह की बढ़ोतरी न होने की बात भी कही. करेंसी रिस्क और कमजोर रुपये का महंगाई तथा ब्याज दर पर असर से अक्टूबर के दौरान प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं भी रह सकता है.
50 से ऊपर पीएमआई दिखाता है विस्तार
परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) की भाषा में 50 से अधिक अंक का मतलब है कि गतिविधियों में विस्तार हो रहा है, जबकि 50 से कम अंक संकुचन को दर्शाता है. सर्विस पीएमआई में मार्च के बाद सबसे कम रफ्तार देखी गई है और भारत की सितंबर सेवाओं का PMI विस्तार मार्च के बाद सबसे धीमा दर्ज किया गया है.
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