भारतीय अर्थव्यवस्था में सबसे प्रमुख योगदान देने वाले सर्विस सेक्टर के लिए पिछला वित्त वर्ष निराश करने वाली खबर के साथ समाप्त हुआ. आरबीआई के हालिया आंकड़ों के अनुसार, मार्च महीने में भारत के सेवा क्षेत्र के निर्यात में हल्की गिरावट दर्ज की गई.


गुरुवार को आए रिजर्व बैंक के आंकड़े


रिजर्व बैंक ने गुरुवार को इस संबंध में एक रिपोर्ट जारी की. रिपोर्ट के अनुसार, मार्च महीने में भारत के सेवा क्षेत्र का निर्यात 1.3 फीसदी की हल्की गिरावट के साथ 30 बिलियन डॉलर रहा. वहीं इस दौरान आयात में भी कमी आई और इसका आंकड़ा 2.1 फीसदी लुढ़ककर 16.61 बिलियन डॉलर पर आ गया. इस तरह आरबीआई के आंकड़े बताते हैं कि सर्विस सेक्टर के मामले में मार्च महीने में सरप्लस की ही स्थिति रही. आलोच्य महीने में सर्विस सेक्टर में भारत का सरप्लस 13.4 बिलियन डॉलर का रहा.


पूरे वित्त वर्ष के लिए ऐसा है अनुमान


आंकड़े बताते हैं कि वित्त वर्ष 2023-24 के अंतिम महीने में सेवा क्षेत्र के निर्यात और आयात में आई गिरावट से पहले लगातार दो महीने से दोनों के आंकड़े बढ़ रहे थे. वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़े बताते हैं कि वित्त वर्ष 2023-24 में भारत का सेवा क्षेत्र का निर्यात 339.62 बिलियन डॉलर रह सकता है, जबकि आयात 177.56 बिलियन डॉलर रहने का अनुमान है. मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, पूरे वित्त वर्ष के हिसाब से सर्विस सेक्टर में भारत का ट्रेड सरप्लस 162 बिलियन डॉलर का रह सकता है.


चुनौतियों के बाद भी निर्यात बेहतर


पिछला वित्त वर्ष अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लिहाज से चुनौतीपूर्ण रहा है. यूरोप में पहले से युद्ध जारी है और पिछले वित्त वर्ष के दौरान पश्चिम एशिया में भी युद्ध की शुरुआत हो गई है, जिसके चलते स्वेज नहर और ब्लैक सी के जरिए होने वाले अंतरराष्ट्रीय व्यापार पर लगातार असर हुआ है. हालांकि चुनौतियों के बाद भी मर्चेंडाइज व सर्विसेज समेत भारत का ओवरऑल निर्यात 2023-24 में 776.68 बिलियन डॉलर पर रहने की उम्मीद है. एक साल पहले 2022-23 में भारत का कुल निर्यात 776.40 बिलियन डॉलर रहा था.


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