सर्विस सेक्टर का जीडीपी में बड़ा योगदान
देश की आर्थिक विकास दर में बड़ा हिस्सा रखने वाला सर्विस सेक्टर बीते महीने उस रफ्तार से ग्रोथ हासिल नहीं कर पाया है जो तेजी इसने अप्रैल 2023 में दिखाई थी. महीने दर महीने आधार पर देखें तो अप्रैल के 62.0 के मुकाबले मई में 61.2 की सर्विसेज पीएमआई थोड़ा निराश करती है लेकिन इसका अंदाजा पहले ही रिजर्व बैंक के अनुमानों से लग गया था. महंगाई के आंकड़ों में बदलाव से अनुमान हो गया था कि सर्विस सेक्टर की पीएमआई में इस बार थोड़ी सुस्ती देखी जा सकती है.
क्या कहना है आर्थिक जानकार का
एस एंड पी ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस में इकॉनोमिक्स एसोसिएट डायरेक्टर पॉलियाना डी लीमा (Pollyanna De Lima, Economics Associate Director at S&P Global Market Intelligence) का कहना है कि महंगाई का दबाव लगातार सर्विस प्रोवाइडर्स के लिए एक चुनौती बना हुआ है. खाद्य उत्पादन की लागतों, इनपुट, श्रम और परिवहन की लगातार बढ़ती कीमतों का असर सर्विस सेक्टर की गतिविधियों पर देखा जा रहा है.
6.1 फीसदी आर्थिक विकास दर ने जगाई है उम्मीदें
देश की आर्थिक विकास दर में सर्विस सेक्टर का हिस्सा 50 फीसदी से ज्यादा है. एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था ने जनवरी-मार्च तिमाही में 6.1 फीसदी की जीडीपी या आर्थिक विकास दर दिखाई है जो कि उभरते बाजारों की इकोनॉमी में सबसे ज्यादा है.