![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/Premium-ad-Icon.png)
Sugar Export: आने वाले हफ्तों में 50 लाख टन चीनी होगी निर्यात, मिल सकती है मंजूरी
Sugar Exports: केंद्र सरकार अक्टूबर माह से शुरू होने वाले नए मार्केटिंग ईयर की पहली खेप में 50 लाख टन चीनी निर्यात की अनुमति दे सकती है.
![Sugar Export: आने वाले हफ्तों में 50 लाख टन चीनी होगी निर्यात, मिल सकती है मंजूरी India Set To Allow 5 Million Tonnes Of Sugar Exports In First Tranche Sugar Export: आने वाले हफ्तों में 50 लाख टन चीनी होगी निर्यात, मिल सकती है मंजूरी](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/09/15/9b457c82bd466184de77b7a02e637d6b1663255428617504_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Sugar Exports From India 2022: भारत को बड़ी मात्रा में चीनी निर्यात (Sugar Exports) के आर्डर मिलने के आसार है. आपको बता दे कि केंद्र सरकार (Central Government) अक्टूबर माह से शुरू होने वाले नए मार्केटिंग ईयर (New Marketing Year) की पहली खेप में 50 लाख टन चीनी निर्यात की अनुमति दे सकती है.
360 लाख टन उत्पादन
सूत्रों के अनुसार आने वाले हफ्तों में 50 लाख टन चीनी निर्यात करने की अनुमति मिलने की उम्मीद है. अगले शुगर ईयर के उत्पादन के बारे में बेहतर समझ होने के बाद 30 से 50 लाख टन चीनी निर्यात के लिए अनुमति दे सकते हैं. अगले साल के उत्पादन के बारे में स्पष्ट जानकारी मिलना अभी मुश्किल है. वर्ष 2022-23 में चीनी उत्पादन इस साल के रिकॉर्ड 360 लाख टन के आसपास रहने का अनुमान है.
नया सीजन होगा शुरू
1 अक्टूबर, 2022 को, जब नया सीजन शुरू होगा, पिछले सीजन से मिलों का कैरीओवर स्टॉक 1 साल पहले के 80 लाख टन के मुकाबले 60 लाख टन होने की उम्मीद है. लोकल डिमांड, इथेनॉल प्रोडक्शन (Ethanol Production) की जरूरत और उनके वार्षिक कैरीओवर स्टॉक (Annual Carryover Stock) के लिए मिलों की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए हमें लगता है.
मौसम के कारण नहीं मिली अनुमति
भारत के पास 2022-23 वर्ष में एक बड़ा निर्यात योग्य सरप्लस होगा. फसलों और कृषि उत्पादन को प्रभावित करने वाले अनिश्चित मौसम के कारण हम एक बार में 80 या 90 लाख टन चीनी के निर्यात की अनुमति नहीं देना चाहते, हम इसे लेकर सतर्क रहेंगे.
गेहूं निर्यात पर बैन
मालूम हो कि भारत ने इस साल की शुरुआत में गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है. पिछले हफ्ते चावल के शिपमेंट पर प्रतिबंध लगा दिया है. भारत की घरेलू चीनी खपत लगभग 2.75 करोड़ टन होने का अनुमान है और मिलों द्वारा 2022-23 सीज़न में इथेनॉल प्रोडक्शन के लिए 45 लाख टन चीनी का इस्तेमाल किए जाने की उम्मीद है. मिलें अपने वार्षिक कैरीओवर स्टॉक के रूप में कम से कम 60 लाख टन चीनी को अलग रखेगी.
ये भी पढ़ें-
Indian Railways IRCTC: रेलवे ने 65000 डिब्बों में लगाई LED लाइट, अब हर साल 40 करोड़ की होगी बचत
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![सत्येंद्र प्रताप सिंह](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/f03ee59d866d8c73249c67ff0940eceb.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)