अंतरराष्ट्रीय व्यापार में डॉलर के ऊपर निर्भरता कम करने के लिए भारत सरकार सक्रियता से काम कर रही है. डॉलर के ऊपर निर्भरता से हो रहे नुकसान के कारण कई देश विकल्पों की तलाश कर रहे हैं. इन्हीं प्रयासों के तहत भारत ने हाल-फिलहाल में कई देशों के साथ रुपये में अंतरराष्ट्रीय व्यापार की शुरुआत की है.
रुपये में इनके साथ सारा व्यापार
वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने एक सवाल के जवाब में बुधवार को संसद में बताया कि भारत सरकार ने नेपाल और भूटान समेत कई देशों के साथ रुपये में व्यापार शुरू किया है. उन्होंने कहा कि भारत और नेपाल का व्यापार रुपये में हो रहा है. उसी तरह भारत और भूटान का सारा द्विपक्षीय व्यापार भी रुपये में हो रहा है.
रूस के बैंकों ने दिए इतने आवेदन
उन्होंने कहा कि रूस के साथ रुपये में व्यापार करने के लिए रुपी ट्रेड मैकेनिज्म की शुरुआत की गई है. 2 जुलाई तक रिजर्व बैंक ने विभिन्न भारतीय बैंकों में एसआरवीए खुलवाने के रूसी बैंकों के 34 आवेदनों को मंजूर किया है. वे रूसी बैंक भारत के 14 अलग-अलग बैंकों में एसआरवी अकाउंट खुलवाना चाह रहे हैं, ताकि रुपये में आसानी से सौदों का निपटान हो सके. इसे देखते हुए रिजर्व बैंक ने भारतीय बैंकों में विदेशी बैंकों के द्वारा स्पेशल रुपी वोस्ट्रो अकाउंट खुलवाने के संबंध में गाइडलाइंस जारी किया है.
श्रीलंका और ईरान ने भी की शुरुआत
मंत्री ने बताया कि पड़ोसी देश श्रीलंका ने भी रुपये में अंतरराष्ट्रीय व्यापार की शुरुआत की है. इसके लिए श्रीलंका ने रुपये को मान्यता प्राप्त विदेशी मुद्राओं की सूची में शामिल किया है. श्रीलंका के 8 बैंकों ने भारत के अथॉराइज्ड डीलर बैंकों में रुपी वोस्ट्रो अकाउंट खुलवाया है. ईरान के साथ भारत ने द्विपक्षीय व्यापार के भुगतान को लेकर नवंबर 2018 में समझौता किया था.
बांग्लादेश के साथ शुरू हुई ये व्यवस्था
भारत और बांगलदेश ने पिछले महीने ही ट्रेड सेटलमेंट की नई व्यवस्था की शुरुआत की है. इसके लिए दो भारतीय और बांग्लादेशी बैंकों को रुपये में द्विपक्षीय व्यापार का सेटलमेंट करने के लिए चुना गया है. भारत से एसबीआई और आईसीआईसीआई बैंक को चुना गया है, जबकि बांग्लादेश से सोनाली बैंक और ईस्टर्न बैंक लिमिटेड को चुना गया है.
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