India GDP: वित्त मंत्रालय ने कहा, 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी के साथ 3 वर्ष में दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था होगा भारत
GDP Of India: रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया है कि अगले छह से सात सालों में या 2030 तक भारत 7 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था हो सकता है.
India GDP Data: अगले तीन वर्ष में भारत की इकोनॉमी 5 ट्रिलियन डॉलर की हो जाएगी और इसी के साथ भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी. वित्त मंत्रालय ने भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर एक रिपोर्ट जारी किया है जिसमें ये बातें कही गई है. इस रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया है कि अगले छह से सात सालों में या 2030 तक भारत की अर्थव्यवस्था 7 ट्रिलियन डॉलर की हो जाएगी.
वित्त मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि 2023-24 लगातार तीसरा वर्ष है जब भारतीय अर्थव्यवस्था ने 7 फीसदी से ज्यादा का ग्रोथ दर्ज कर रहा है जबकि वैश्विक इकोनॉमी के लिए 3 फीसदी ग्रोथ दिखाना भी बेहद कठिन हो रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान बीते 10 सालों में पब्लिक सेक्टर में कैपिटल इंवेस्टमेंट में जोरदार बढ़ोतरी देखने को मिली है. फाइनेंशियल सेक्टर मजबूत बना हुआ है. गैर-फूड क्रेडिट ग्रोथ बढ़ा है जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था गति दिखा रही है.
The Ministry of Finance @FinMinIndia releases The Indian Economy - A Review.
— Ministry of Finance (@FinMinIndia) January 29, 2024
The Review consists of two chapters and takes stock of the state of the Indian economy and its journey in the last 10 years and offers a brief sketch of the outlook for the economy in the coming years.… pic.twitter.com/0RDPiW3f5h
वित्त मंत्रालय ने कहा कि समावेशी विकास, बेरोजगारी दर के काफी नीचे रहने, महंगाई दर में कमी, बीते 10 सालों में बिखराव से स्थिर और मजबूती की तरफ यात्रा रही है. सरकार के बेहतर कोविड मैनेजमेंट, राहत पैकेज और सफल वैक्सीन अभियान के चलते आर्थिक विकास की गाड़ी पटरी पर लौट सकी. 2014 के बाद सरकार ने जो स्ट्रक्चरल रिफॉर्म्स को लागू किया है उससे देश के मैक्रोइकोनॉमिक बुनियाद को मजबूती मिली है.
वित्त मंत्रालय के मुताबिक जीएसटी के लागू होने से देश के बाजारों के एकीकरण करने से लेकर, उत्पादन को बढ़ाने में मदद मिली है साथ ही लॉजिस्टिक्स कॉस्ट घटा है. रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 9 वर्ष में देश के नागरिक सरकार के कार्यक्रमों के लाभार्थी हुए हैं साथ ही आर्थिक मोर्चे पर सफलता में प्रमुख योगदान रहा है.
वित्त मंत्रालय ने बताया कि अमेरिका और यूके के बाद भारत दुनिया का तीसरा बड़ा फिनटेक मार्केट है साथ ही ई-केवाईसी के खर्च को 1000 रुपये से घटाकर 5 रुपये तक लाने में सफलता मिली है.
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