India Trade Deficit: एक्सपोर्ट में गिरावट और इंपोर्ट में उछाल के चलते अगस्त 2024 में 29.65 बिलियन डॉलर रहा व्यापार घाटा
Export-Import Data: वाणिज्य सचिव ने कहा, वैश्विक हालात, चीन में स्लोडाउन, यूरोप में मंदी और लॉजिस्टिक्स से जुड़ी चुनौतियों के चलते मर्केंडाइज एक्सपोर्ट्स में कमी आई है.
India Export-Import Data: इंपोर्ट (Imports) में रिकॉर्ड उछाल और एक्सपोर्ट्स (Exports) में गिरावट के चलते भारत का व्यापार घाटा (India Trade Deficit) अगस्त 2024 में बढ़कर 29.65 बिलियन डॉलर रहा है जो बीते वर्ष 2023 में समान महीने में 24.2 बिलियन डॉलर रहा था. जुलाई 2024 में व्यापार घाटा 23.50 बिलियन डॉलर रहा था. अगस्त महीने में भारत का मर्केंडाइज एक्सपोर्ट (Merchandise Export) 9.3 फीसदी की गिरावट के साथ 34.71 बिलियन रहा है जो बीते साल अगस्त में 38.28 बिलियन डॉलर रहा था. मर्केंडाइज इंपोर्ट (Merchandise Import) अगस्त 2024 में 3.3 फीसदी की उछाल के साथ 64.36 बिलियन डॉलर रहा है जो अगस्त 2023 में 62.30 बिलियन डॉलर रहा था. जुलाई महीने में मर्केंडाइज एक्सपोर्ट 33.98 बिलियन डॉलर तो इंपोर्ट 57.48 बिलियन डॉलर रहा था.
वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने एक्सपोर्ट-इंपोर्ट डेटा पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा, मौजूदा वैश्विक हालात के चलते एक्सपोर्ट्स के मोर्चे पर चुनौती का सामना करना पड़ रहा है. वाणिज्य सचिव के मुताबिक, चीन की अर्थव्यवस्था की रफ्तार की धीमी पड़ने, पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स की प्राइसेज में कमी, यूरोप में मंदी और लॉजिस्टिक्स से जुड़ी चुनौतियों के चलते मर्केंडाइज एक्सपोर्ट्स में कमी आई है. अगस्त 2024 में सर्विसेज एक्सपोर्ट्स 30.69 बिलियन डॉलर रहा है जबकि सर्विसेज का इंपोर्ट 15.70 बिलियन डॉलर रहा है. पिछले वर्ष 2023 के अगस्त महीने में सर्विसेज का एक्सपोर्ट 28.71 बिलियन डॉलर और इंपोर्ट 15.09 बिलियन डॉलर रहा था.
वित्त वर्ष 2024-25 में अप्रैल से अगस्त महीने की अवधि तक एक्सपोर्ट्स 178 बिलियन डॉलर रहा है और इसमें 1.1 फीसदी का उछाल देखने को मिला है. इxपोर्ट में 7.1 फीसदी की बढ़ोतरी इस अवधि में देखने को मिली है. स्मार्टफोन के एक्सपोर्ट्स में तेजी के चलते इनेक्ट्रॉनिक्स गुड्स, इलेक्ट्रिक मशीनरी एक्सपोर्ट्स में शानदार तेजी देखने को मिली है. अगस्त महीने में स्मार्टफोन आठवां सबसे ज्यादा एक्सपोर्ट किया जाने वाला आईटम बन गया है. वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने उम्मीद जाहिर किया है कि मौजूदा वित्त वर्ष में भारत सभी चुनौतीयों के बावजूद 800 बिलियन डॉलर के गुड्स एंड सर्विसेज के एक्सपोर्ट को हासिल करने में कामयाब रहेगा.
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