India Unicorn Companies 2024: स्टार्टअप्स के मामले में साल 2023 से ज्यादा बेहतर साबित हुआ साल 2024. ये साल भारतीय स्टार्टअप्स के लिए काफी खास रहा. दरअसल, 2023 में केवल दो कंपनियों ने ही यूनिकॉर्न का तमगा हासिल किया था. लेकिन, एक साल के लंबे ठहराव के बाद, इस साल भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम ने फिर से रफ्तार पकड़ी और 6 कंपनियों ने यूनिकॉर्न क्लब में एंट्री कर ली.


भारत में इतने यूनिकॉर्न्स


भारत में अब कुल 118 यूनिकॉर्न्स हो गए हैं, जिन्होंने सामूहिक रूप से 100 बिलियन डॉलर से अधिक का फंड जुटाया है. हालांकि, 2022 और 2021 में बने 21 और 42 यूनिकॉर्न्स की तुलना में यह संख्या कम है, लेकिन 2023 के मुकाबले यह फिर भी एक सकारात्मक संकेत है.


2024 के 6 नए यूनिकॉर्न्स


एथर एनर्जी (Ather Energy)


इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर बनाने वाली कंपनी एथर एनर्जी अगस्त 2024 में यूनिकॉर्न बनी. इसे नेशनल इन्वेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (NIIF) से $71 मिलियन का फंड मिला. एथर जल्द ही $2 बिलियन वैल्यूएशन के साथ आईपीओ लाने की तैयारी में है. कंपनी इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में ओला इलेक्ट्रिक और टीवीएस मोटर जैसी कंपनियों को टक्कर दे रही है.


कृत्रिम (Krutrim)


भव्य अग्रवाल द्वारा स्थापित कृत्रिम जनवरी 2024 में भारत का पहला जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (GenAI) यूनिकॉर्न बना. कंपनी बड़े लैंग्वेज मॉडल्स (LLMs) और AI चिप्स बनाने पर काम कर रही है. कृत्रिम ने अब तक $74 मिलियन का फंड जुटाया है और ओपनएआई तथा गूगल जैसी कंपनियों को टक्कर दे रही है.


मनीव्यू (Moneyview)


फिनटेक स्टार्टअप मनीव्यू ने सितंबर 2024 में $1.2 बिलियन वैल्यूएशन के साथ यूनिकॉर्न का दर्जा हासिल किया. यह पर्सनल लोन और क्रेडिट ट्रैकिंग जैसी सेवाएं प्रदान करता है. कंपनी का राजस्व FY24 में 75% बढ़कर 1,012 करोड़ रुपये हो गया.


पर्फियोस (Perfios)


फिनटेक सास (SaaS) कंपनी पर्फियोस मार्च 2024 में यूनिकॉर्न बनी. इसे $80 मिलियन का फंड कनाडाई निवेशक से मिला. कंपनी 18 देशों में काम कर रही है और 1,000 से अधिक वित्तीय संस्थानों को सेवाएं प्रदान करती है. पर्फियोस का लक्ष्य अमेरिका के बाजार में प्रवेश करना और आईपीओ लाना है.


रैपिडो (Rapido)


राइड-हेलिंग प्लेटफॉर्म रैपिडो जुलाई 2024 में यूनिकॉर्न बना. इसे वेस्टब्रिज कैपिटल से $120 मिलियन का फंड मिला. कंपनी बाइक टैक्सी और ऑटो ट्रांसपोर्टेशन सेवाएं देती है और ओला तथा उबर जैसी कंपनियों को टक्कर दे रही है. रैपिडो ने FY24 में अपने घाटे को 45% तक कम किया.


रेटगैन (RateGain)


ट्रैवल और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर की कंपनी रेटगैन 2024 में यूनिकॉर्न बनी. यह कंपनी पहले से ही लिस्टेड है और 100 देशों में 3,200 से अधिक ग्राहकों को सेवाएं देती है. FY25 की दूसरी तिमाही में कंपनी का मुनाफा 74% बढ़कर 52.2 करोड़ रुपये हो गया.


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