Digital India: भारत के G20 शेरपा अमिताभ कांत ने मंगलवार को कहा कि इंडिया अपनी डिजिटल बदलाव की कहानी को बाकी दुनिया तक पहुंचाने के लिए G20 का उपयोग करेगा. उन्होंने कहा कि इससे विश्व के बाकी देशों में भी बदलाव आएगा. भारत के डिजिटल होने से बाकी देश भी प्रभावित होंगे. 


अखिल भारतीय प्रबंध संघ (एआईएमए) के 8वें राष्ट्रीय नेतृत्व सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि विश्व स्तर पर चार अरब लोग ऐसे हैं, जिनके पास डिजिटल पहचान नहीं है और ढाई अरब लोगों के पास बैंक खाता भी नहीं है. उन्होंने कहा कि दुनिया में 133 देश ऐसे हैं, जहां डिजिटल तेज भुगतान नहीं है. 


डिजिटल मॉडल को पहुंचाने के ​लिए G20 अच्छा माध्यम 


अमिताभ कांत ने कहा कि डिजिटलीकरण के कारण भारत नागरिकों के जीवन को बदलने और अधिक उत्पादक रूप से कुशल अर्थव्यवस्था बनने में सक्षम है. अमिताभ कांत ने कहा कि हम भारत के डिजिटल मॉडल को दुनिया के बाकी हिस्सों में कैसे ले जाते हैं. उन्होंने कहा कि भारत के डिजिटल मॉडल को दुनिया के बाकी हिस्सों तक पहुंचाने के लिए जी 20 का उपयोग करेंगे और देखेंगे कि इस मौकके का कैसे उपयोग कर सकते हैं. 


इन देशों में डिजिटल मॉडल फैलाने का प्रयास 


नीति आयोग के पूर्व सीईओ ने कहा​ कि ग्लोबल स्तर पर नागरिकों के जीवन को बदलने के लिए यह बेहद महत्वपूर्ण है. इससे डिजिटल पेमेंट के साथ ही सुविधाएं आसान हो जाएंगी. यह एक लोगों के जीवन में क्रांति के तरीके से होगा. खासतौर पर इसे लातिनी अमेरिका, एशिया, अफ्रीका और ओशनिया क्षेत्र में फैलाने का प्रयास किया जाएगा. 


आईएमएफ ने भारत से ​सीखने की दी थी सलाह 


कुछ दिन पहले ही आईएमएफ की ओर से भारत के डिजिटल मॉडल को सराहना मिली थी. आईएमएफ चीफ ने कहा था कि दुनिया को भारत के डिजिटल मॉडल को सीखना चाहिए और उसे अपनाने की आवश्यकता है. 


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