भारत का घरेलू विमानन क्षेत्र (Indian Domestic Air Travel) तेजी से उबर रहा है. पिछले साल इस सेक्टर में बढ़िया सुधार देखने को मिला. इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (International Air Transport Association) के आंकड़ों में यह बात सामने आती है. आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल यानी 2022 में घरेलू विमानन यात्रा कोरोना महामारी से पहले यानी साल 2019 के स्तर के 85 फीसदी के पार निकल गई.


पूरे साल हुआ सुधार


एएनआई की एक खबर में आईएटीए (IATA) के हवाले से कहा गया है कि पिछले साल घरेलू विमानन यात्रा 2019 के स्तर के 85.7 फीसदी के बराबर रही. इससे पहले आईएटीए ने इसी महीने कहा था कि विमानन यात्रा में सुधार का ट्रेंड दिसंबर 2022 में भी जारी रहा. साल 2021 की तुलना में 2022 में लगभग हर महीने ट्रेंड मजबूत बना रहा.


राजस्व में भी हुई वृद्धि


भारत के संदर्भ में बात करें तो कोविड-19 महामारी की नई लहर की आशंकाएं कमजोर पड़ने से विमानन सेक्टर को खासी मदद मिली है. इसके चलते विमानन कंपनियों को घरेलू यात्रा के साथ-साथ राजस्व के मोर्चे पर भी काफी सुधार देखने को मिला है. आईएटीए के अनुसार, साल 2021 की तुलना में पिछले साल भारत में घरेलू आरपीके (RPKs / Revenue Passenger Kilometres) में 48.8 फीसदी की तेजी आई.


इतना सुधरा एयर ट्रैफिक


आंकड़ों के अनुसार, सबसे अहम सुधार एयर ट्रैफिक के मामले में हुआ. दिसंबर 2022 में एयर ट्रैफिक महामारी से ठीक पहले यानी दिसंबर 2019 की तुलना में महज 3.6 फीसदी कम रहा. वहीं पिछले साल भारत का घरेलू ASK (Available Seat Kilometres) साल भर पहले की तुलना में 30.1 फीसदी बढ़ गया.


चीन को छोड़ हर जगह बेहतर


एशिया प्रशांत क्षेत्र (Asia Pacific Region) के अन्य बाजारों की बात करें तो जापान (Japan) में पिछले साल आरपीके में 75 फीसदी से ज्यादा सुधार हुआ. ऑस्ट्रेलिया (Australia) में भी इसी तरह का सुधार देखने को मिला. चीन (China) में अभी भी कोविड से जुड़ी कई पाबंदियां लागू हैं, इस कारण वहां के बाजार में सुधार के बजाय गिरावट देखने को मिली. पूरी दुनिया के हिसाब से बात करें तो विमानन क्षेत्र के लिए 2022 सुधारों वाला साल साबित हुआ.


3 साल बाद मुनाफे की उम्मीद


आईएटीए के अनुसार, यह साल भी विमानन क्षेत्र के लिए अच्छा साबित होने वाला है. ऐसा अनुमान है कि 2023 में विमानन कंपनियों को 4.7 बिलियन डॉलर का शुद्ध मुनाफा हो सकता है. यह साल 2019 के बाद पहली बार ऐसा होगा, जब विमानन कंपनियों को मुनाफा होगा. 2019 में विमानन कंपनियों को 26.4 बिलियन डॉलर का शुद्ध मुनाफा हुआ था. उसके बाद इन कंपनियों ने 2020 में 137.7 बिलियन डॉलर, 2021 में 42 बिलियन डॉलर और 2022 में 6.9 बिलियन डॉलर गंवाए.