India-Maldives Tension: इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स ने टूरिज्म एसोसिएशनों को दी नसीहत, ना करे मालद्वीप को प्रमोट, एयरलाइंस सस्पेंड करें ऑपरेशन
India-Maldives Row: मालद्वीप के मंत्रियों के पीएम मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक बयान के बाद टूर मालद्वीप को टूरिज्म डेस्टीनेशन के तौर पर प्रमोट करने से रोकने की मांग बढ़ने लगी है.
Lakshadweep Update: इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स ने टूरिज्म ट्रेड एसोसिएशनों ने फौरन मालद्वीप के टूर को प्रमोट करने पर रोक लगाने की अपील की है. चैंबर ने मालद्वीप ऑपरेट करने वाली सभी एयरलाइंस से अपने ऑपरेशन को संस्पेंड कर उड़ान स्कीम के लक्षद्वीप के लिए उड़ानें शुरू करने का आह्वान किया है.
इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स के एविएशन और टूरिज्म कमिटी के चेयरमैन सुभाष गोयल ने इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स (IATO), ट्रैवल एसेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (TAAI), ट्रैवल एसेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (TAFI), एडवेंचर टूर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ATOAI), एसोसिएशन ऑफ डोमेस्टिक टूर ऑपरेटर्स (ADTOI) और माइस एजेंट्स (Mice Agents) को मालद्वीप के मंत्रियों के भारत विरोधी बयान को ध्यान रखते हुए मालद्वीप के टूर को प्रोमोट ना करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि ये तब है जब भारतीय टूरिस्ट मालद्वीप में विदेशी करेंसी एक्सचेंज के सबसे सोर्स के साथ ही सबसे ज्यादा रोजगार के सृजन के माध्यम हैं.
स्टिक ट्रैवल्स के चेयरमैन सुभाष गोयल ने सभी ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन से लोगों को टूर के इनक्वाइरी को लक्षद्वीप और अंडमान निकोबार द्वीप की ओर डायवर्ट करने करने की अपील की है. उन्होंने कहा ये द्वीप कई मायनों में मालद्वीप से बेहतर हैं. उन्होंने कहा कि हिंद महासागर क्षेत्र में श्रीलंका, मारीशस, बाली और फुकेट को मालद्वीप की जगह प्रोमोट किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि स्टिक ट्रेवल्स से उन्होंने मालद्वीप के टूर को बेचने से मना कर दिया है. उन्होंने एयरलाइंस कंपनियों से मालद्वीप के ऑपरेशन को सस्पेंड करने के साथ लक्षद्वीप में ऑपरेट करने नसीहत दी है. हालांकि फिलहाल किसी भी घरेलू एयरलाइंस की ओर से मालद्वीप के फ्लाइट ऑपरेशन को सस्पेंड करने की खबर सामने नहीं आई है.
जनवरी के पहले हफ्ते में प्रधानमंत्री मोदी लक्षद्वीप की यात्रा पर गए थे और वहां की तस्वीरें साझा की. सोशल मीडिया पर चर्चा होने लगी कि भारत मालदीव के विकल्प के तौर पर लक्षद्वीप को तैयार कर रहा है. इसे लेकर मालदीव के कुछ नेताओं ने सोशल मीडिया पर पीएम मोदी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी. इसके बाद मालदीव सरकार ने तीनों को सस्पेंड कर दिया था. भारत ने भी इस बयान से बेहद गंभीरता के साथ संज्ञान लिया है.