जनवरी-मार्च तिमाही में भारतीय कंपनियों का शानदार प्रदर्शन, सौदे बढ़कर 13.3 अरब डॉलर रहे- रिपोर्ट
महामारी के बाद दिक्कतों और अन्य अनिश्चितताओं के बावजूद में कंपनियां मजबूत अर्थव्यवस्था की संभावनाओं को लेकर आशान्वित हैं और समीक्षाधीन तिमाही में 3.9 अरब डॉलर के 167 विलय और अधिग्रहण सौदे हुए.
Indian Companies Contract: भारतीय कंपनियों के ‘सौदे’ जनवरी-मार्च तिमाही में सालाना आधार पर बढ़कर 13.3 अरब डॉलर पर पहुंच गए. एक रिपोर्ट में कहा गया है कि तिमाही के दौरान संख्या और मूल्य दोनों के लिहाज से सौदों में इजाफा हुआ. सलाहकार कंपनी ग्रांट थॉर्नटन की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल की पहली तिमाही में भारतीय कंपनियों ने 13.3 अरब डॉलर के 608 सौदे किए. पिछले साल समान अवधि में 12.1 अरब डॉलर 408 सौदे हुए थे.
पिछली तिमाही के मुकाबले आई गिरावट
हालांकि, इससे पिछली यानी दिसंबर तिमाही से तुलना की जाए, तो मात्रा के हिसाब से सौदों में नौ फीसदी और मूल्य के लिहाज से 27 फीसदी की गिरावट आई.
ग्रांट थॉर्नटन की भागीदार शांति विजेता ने कहा, "महामारी के बाद दिक्कतों और अन्य अनिश्चितताओं के बावजूद में कंपनियां मजबूत अर्थव्यवस्था की संभावनाओं को लेकर आशान्वित हैं. ऐसे में हमें उम्मीद है कि 2022 के शेष महीनों में भी सौदा गतिविधियां तेज रहेंगी." समीक्षाधीन तिमाही में 3.9 अरब डॉलर के 167 विलय और अधिग्रहण सौदे हुए. रिपोर्ट में कहा गया है कि इस दौरान मात्रा के हिसाब से सौदों में 55 फीसदी का उल्लेखनीय इजाफा हुआ. घरेलू स्तर पर सौदों में 64 फीसदी की वृद्धि से इसमें मदद मिली.
गूगल और भारती एयरटेल के बीच हुआ करार
रिपोर्ट के अनुसार, समीक्षाधीन तिमाही में गूगल ने 70 करोड़ डॉलर में भारती एयरटेल में 1.28 फीसदी हिस्सेदारी के अधिग्रहण का करार किया. मार्च तिमाही में निजी इक्विटी (पीई) निवेश के सौदों के कुल मूल्य में बढ़ोतरी हुई. पीई निवेश के 9.4 अरब डॉलर के 441 सौदे हुए. तिमाही के दौरान स्टार्टअप, ई-कॉमर्स और आईटी क्षेत्र ने 8.5 अरब डॉलर के 479 सौदे किए. यह कुल सौदों का 79 फीसदी और सौदों के मूल्य का 64 फीसदी है.
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