Milk Price Hike: महंगे दूध से कब तक ग्राहकों को मिलेगी राहत? भारतीय डेयरी संघ अध्यक्ष ने दिया जवाब
Milk Price Hike: भारत में पिछले 15 महीनों में दूध के दाम में जबरदस्त इजाफा हुआ है. ऐसे में आम जनता को कब महंगे दूध से छुटकारा मिलेगा इस बारे में भारतीय डेयरी संघ अध्यक्ष ने जवाब दिया है.
Milk Price Hike: भारत में पिछले कुछ महीनों में दूध के दाम में जबरदस्त बढ़ोतरी (Milk Price Hike) दर्ज की गई है. महंगे दूध से परेशान जनता को कब तक राहत मिलेगी इस सवाल का जवाब भारतीय डेयरी संघ अध्यक्ष डॉ. रूपिंदर सिंह सोढ़ी (Indian Dairy Association President Rupinder Sodhi) ने दिया है. डॉ. सोढ़ी ने कहा है कि गर्मियों का सीजन खत्म होने के बाद दिवाली तक दूध के दाम में कमी देखी जा सकती है. गौरतलब है कि गर्मी के सीजन में दूध की मांग में कई गुना तक इजाफा हो जाता है. आइसक्रीम, दही, छाछ आदि प्रोडक्ट्स की वजह से दूध की डिमांड बढ़ जाती है और इसके साथ ही दूध की खपत में भी इजाफा होता है. वहीं हीट वेव के कारण इसके उत्पादन में भी कमी आती है.
दूध के दाम में हुआ 13 से 15 फीसदी तक का इजाफा
देश में पिछले 15 महीने में अनाज के दाम में बढ़ोतरी के कारण दूध 13 से 15 फीसदी तक महंगा हो गया है. वहीं पिछले कुछ महीनों में हुई बेमौसम बरसात ने जानवरों के चारे के उत्पादन पर असर डाला है. ऐसे में इनकी कीमत में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी गई है. इसके साथ ही कोरोना लॉकडाउन के कृत्रिम गर्भाधान (Artificial Insemination) में भी कमी आई है और इस वजह से दूध उत्पादन करने वाले जानवरों की संख्या कम हुई है.
ऐसे में अक्टूबर 2022 से फरवरी 2023 के महीने में भी देश के हर साल के मुकाबले दूध उत्पादन में बढ़त नहीं हुई. लाइव मिंट में छपी रिपोर्ट के मुताबिक अमूल के पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ.आर एस सोढ़ी ने कहा कि हमारी कोशिश है कि हम देश में दूध की कमी न होने दें. इसके लिए आने वाले दो सालों कई जरूरी कदम उठाए जाएंगे जिससे जनता और किसानों दोनों का ही फायदा हो.
मई में हुई बारिश से होगा फायदा
उन्होंने ने यह भी कहा कि मार्च से लेकर मई के बीच हुई बारिश दूध उत्पादन में मददगार साबित हो सकती है. इस दौरान मिल्क प्रोडक्शन में 5 फीसदी की बढ़ोतरी देखी जा सकती है. आमतौर पर गर्मियों के सीजन में दूध प्रोडक्शन में 15 फीसदी तक की गिरावट आती है. इसके साथ ही उन्होंने भी कहा कि भारत अगले 25 सालों में 628 मिलियन टन तक दूध उत्पादन कर पाएगा. कृषि जीडीपी में अनाज का हिस्सा 37 फीसदी था जो अब घटकर होकर 17 फीसदी हो गया है. वहीं डेयरी एग्रीकल्चर का हिस्सा 10 फीसदी से बढ़कर 24 फीसदी तक पहुंच गया है और आगे भी इसमें बढ़त की संभावना है.
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