Deloitte: भारत की इकोनॉमी (Indian Economy) पर दुनिया का भरोसा मजबूत बना हुआ है. पिछले वित्त वर्ष में भारतीय इकोनॉमी 8.2 फीसदी की रफ्तार से आगे बढ़ी थी. अब देश दिग्गज अकाउंटिंग एवं कंसल्टेंसी फर्म डेलॉइट (Deloitte) ने अनुमान लगाया है कि भारतीय इकोनॉमी वित्त वर्ष 2024-25 में करीब 7 फीसदी की दर से आगे बढ़ेगी. डेलॉइट का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2025-26 में देश की आर्थिक विकास दर 6.7 फीसदी रह सकती है. डेलॉइट का मानना है कि दुनिया के मुकाबले भारत का प्रदर्शन आगे भी बेहतर रहने की पूरी उम्मीद है. 


महंगाई कंट्रोल में और ग्रामीण इलाकों में बढ़ रही डिमांड 


डेलॉइट साउथ एशिया (Deloitte South Asia) के सीईओ रोमल शेट्टी (Romal Shetty) के अनुसार, देश में महंगाई (Inflation) कंट्रोल में है. ग्रामीण इलाकों में डिमांड बढ़ रही है. साथ ही गाड़ियों की बिक्री भी तेज होती जा रही है. ऐसे में हमें उम्मीद है कि चालू वित्त वर्ष में आर्थिक विकास दर 7 से 7.1 फीसदी रह सकती है. यह आपको कम लग सकती है लेकिन, सच्चाई यह है कि हम दुनिया के अन्य देशों के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन करने जा रहे हैं. हालांकि, मिडिल ईस्ट एवं यूक्रेन में चल रहे तनाव और पश्चिमी देशों में आर्थिक सुस्ती का असर हमारी जीडीपी ग्रोथ (GDP Growth) पर भी पड़ेगा.


एक दशक में बन जाएंगे दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी


रोमल शेट्टी के अनुसार, नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के नेतृत्व में लगातार तीसरी बार बनी सरकार प्राइवेटाइजेशन समेत आर्थिक सुधारों (Economic Reforms) को लेकर अपने कदम आगे बढ़ा रही है. केंद्र सरकार के सभी विभाग चीजों को जल्दी से जल्दी पूरा करने को लेकर तत्पर हैं. भारत फिलहाल दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी इकोनॉमी है और यह 5 ट्रिलियन डॉलर की ओर बढ़ रही है. हम एक दशक में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बन जाएंगे. क्रूड ऑयल की कम होती कीमतों ने भारत को काफी मदद दी है. अब यूएस फेडरल रिजर्व (US Fed) ने भी ब्याज दरों में कटौती कर भारत की राह आसान कर दी है.


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