Tax Collection Data: GDP ग्रोथ रेट धीमी पड़ने के बाद अर्थव्यवस्था ने पकड़ी रफ्तार, एडवांस टैक्स में 16.8 फीसदी की उछाल
Advance Tax Collection Data: अर्थव्यवस्था पर मंदी, सुस्ती और पस्ती के बादल छंट गए हैं. एडवांस टैक्स में पिछले साल की तुलना में 16.8 फीसदी की उछाल है.
Tax Collection Data: इंडियन इकोनॉमी एकबार फिर से फर्राटा भरने के लिए तैयार है. क्योंकि, इस पर लगा ब्रेक हट गया है. अर्थव्यवस्था पर मंदी, सुस्ती और पस्ती के बादल छंट गए हैं. एडवांस टैक्स में पिछले साल की तुलना में 16.8 फीसदी का उछाल आया है. यानी पिछले साल की तीसरी तिमाही में तीन लाख 14 हजार के एडवांस टैक्स कलेक्शन से 16.8 फीसदी अधिक इस साल की तिमाही में हुआ है. इससे लग रहा है कि अर्थव्यवस्था फिर से पुरानी पटरी पर लौट रही है. इस साल 15 दिसंबर तक एडवांस टैक्स के रूप में साढ़े सात लाख करोड़ की वसूली हुई है, जो पिछले साल की तुलना में 20 फीसदी अधिक है. इनमें कॉरपोरेट एडवांस टैक्स पांच लाख 60 हजार करोड़ का और पर्सनल इनकम टैक्स एक लाख 91 हजार करोड़ का है. इसे अर्थशास्त्री दूसरी तिमाही में जीडीपी में हुई मात्र 5.4 फीसदी वृद्धि से अधिक उछाल का संकेत मान रहे हैं.
15 दिसंबर तक जमा करने हैं 75 फीसदी एडवांस टैक्स
एडवांस टैक्स के लिए 15 दिसंबर तक का आंकड़ा इसलिए महत्वपूर्ण है कि इस सीमा तक निजी आयकर या कॉरपोरेट टैक्स सभी तरह के टैक्स के 75 फीसदी जमा कर देने हैं. इसलिए 15 दिसंबर तक पूरे वित्तीय वर्ष में जमा होने वाले एडवांस टैक्स की झलक मिल जाती है. इससे यह भी पता चल जाता है कि सरकार के खजाने में एडवांस टैक्स के मदद में कुल कितने की रकम आएगी.
33.61 लाख करोड़ होगा कुल टैक्स कलेक्शन
वित्तीय वर्ष 2024 में डायरेक्ट और इनडायरेक्ट दोनों टैक्सों को मिलाकर लगभग 33 लाख 61 हजार करोड़ की वसूली का अनुमान है. इनमें 18 लाख 23 हजार डायरेक्ट टैक्स के रूप में और 15 लाख 38 हजार करोड़ रुपये इनडायरेक्ट टैक्स के रूप में जमा हो सकते हैं. डायरेक्ट टैक्स में इनकम टैक्स और कॉरपोरेट टैक्स होता है. इनडायरेक्ट टैक्स जीएसटी, कस्टम ड्यूटी और एक्साइज ड्यूटी को कहा जाता है.